Desh Bhakti Shayari for Army | शहीद देश भक्ति शायरी 2023 | Army Shayari in Hindi | देश भक्ति शायरी दो लाइन | Desh Bhakti Shayari 2 line | देशभक्ति शायरी कविता |
Desh Bhakti Shayari for Army
अपनी माँ से पहले भारत माँ की रक्षा वो करता है,
फौजी है वो अपने जज्बात से पहले फर्ज निभाता है.
जिम्मेदार और सबसे बड़ा हो गया
जब से वो शख्स फौजी हो गया.
देश के दुश्मनों को मिट्टी में मिलाना जानते हैं
हम बुरी नजर वालों की आँखें निकालना जानते हैं.
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं!!
अगर अधर्मी सिर्फ़ समझाने से समझ जाते,
तो बाँसुरी बजाने वाला कभी महाभारत नहीं होने देता !!
न सर झुका है कभी..और न झुकायेंगे कभी,
जो अपने दम पे जियें…सच में ज़िन्दगी है वही.
उड़ोगे हमारी नींदे अगर
तो हम चैनो सुकून भी छीन लेंगे
अभी तो सिर्फ आग बरसी है आसमां से
दोबारा आँख दिखाए तो जमीन भी छीन लेंगे
जिस घर में फौजी जन्म लिया वो घर मथुरा और काशी है,,
इस देश का, बच्चा-बच्चा कहता वो भारतवासी है…
आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे ,
शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे ,
बच्ची है जो एक बूंद भी लहू की तब तक भारत
माँ का आँचल नीलाम ना होने देंगे !
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह..
ये तिरंगा नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
Army Desh Bhakti Shayari
आंखें पथरा सी जाती है, दिल उदास हो जाता है,
जब एक फौजी तिरंगे में लिपट घर को आता है.
खेल जाते हैं हम जान पर
जब घात होता है हिंदुस्तान पर
देख फौजन तुझे हर ख़ुशी मिलेगी जो तू मुझसे कहेगी
लेकिन इतना याद रखना मेरी पहली मोहब्बत मेरी माँ ही रहेगी
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये.
जो आपके लिए जीवनभर का असाधारण रोमांच है,
वो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी है।
मेरी मोहब्बत मेरा वतन
इस पर न्योछावर तन-मन-धन.
जो पूरी रात जागते हैं जरूरी नहीं वो सिर्फ आशिक ही हो,
वो देश पर मर मिटने वाला जवान भी हो सकता है…
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा है,
वह धरती मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा है….
फौजी भी कमाल के होते हैं
जेब के छोटे बटुए में परिवार
और दिल मे सारा हिंदुस्तान रखते हैं
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है..!
Army Desh Bhakti Shayari
वो ज़िन्दगी ए के जिसमे देश भक्ति ना हो,
अर वा मौत ए के जो तिरंगे म ना लिपटी हो..!! जय हिन्द
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है, हैं दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ ले कुरान,
अपने तो दिल में है दोस्त, बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान।
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…!
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे,
जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे.
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे |
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा।
पर्वत वो सबसे ऊँचा हमसाया आसमाँ का,
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा,
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हर रोज देश चैन से सोता है
क्योंकि सरहद पर फौजी जागता है.
हमारा झण्डा इसलिए नहीं फहराता कि हवा चल रही
होती है,ये हर उस जवान की आखिरी साँस से फहराता है
जो इसकी रक्षा में अपने प्राणों का उत्सर्ग कर देता है।
देश के लिए जगना, देश के लिए सोना
कुछ ऐसा हीं होता है एक फौजी होना.
#फौजी भी कमाल के होते हैं,
जेब के छोटे बटुए में #परिवार,
और दिल मे सारा #हिंदुस्तान रखते हैं,
चंदन, वंदन , अभिनंदन Indian Army 🙏🙏
मेरी उम्र, मेरा वक्त सब कुछ है देश के नाम
पूरे देश को एक फौजी का यही होता है पैगाम.
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं!
वतन की मोहब्बत हम में खुद को तपाये बैठे है,
हम मरेंगे तो वतन के लिए ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं
खुशनसीब है वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूं उन्हें सलाम ऐ वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है…!!
वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की ,
तोड़ता है दीवार नफरत की ,
मेरी खुश नसीबी है मिली जिंदगी इस चमन में ,
भुला ना सके कोई इसकी खुशबू सातों जन्मों में .
न झुकने दिया तिरंगे को न युद्ध कभी ये हारे हैं,
भारत माता तेरे वीरों ने दुश्मन चुन चुन कर मारे हैं..!!
कई फौजियों ने लहू बहाया है
तब देश सुरक्षित रह पाया है
जब आप खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादें हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाएं तो कोई गम नहीं
लेकिन मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो
वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाये ,
रिश्ता हमारा कोई तोड़ ना पाये ,
दिल एक है हमारा और एक जान है ,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है .
इस देश की हिफाज़त ही मेरा ईमान है,
मेरे वतन में ही बसती मेरी जान है,
भारत देश पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,
मेरा देश ही मेरी असली पहचान है।
फौजी पर पहला हक देश का है ये उसकी महबूबा बताती है
जिस पर मरती है, उससे दूर रहकर वो इश्क निभाती है.
मेरे दूर जाने का तुम गम न करना
बस मेरे देश को हमेशा महफूज रखना.
लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू के हर एक कतरे से इंकलाब लाएगा
फौजी जब छुट्टी पे घर आता है,
संग अपने ढेर सारा प्यार लाता है.
बॅाडर पे क्या खुब कहा हमारे
एक जवान ने पाकिस्तानी जवान को..
खुशनसीब हो तुम जो शेरों का शिकार करते हो।
हमे तो रोज कुते मारने पडते है।
जो रात को भी तैनात रहता है
और जो दिन को भी तैनात रहता है
वो है मेरा भारतीय वीर जवान
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.
ख़ुशी ख़ुशी गले लगाया था शहीदों ने फांसी का फंदा
यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में.
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है!
कभी सनम को छोड़ के देख लेना,
कभी शहीदों को याद करके देख लेना,
कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,
मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना..
***वंदे मातरम ***
यदि अपना शौर्य सिद्ध करने से पूर्व मेरी मृत्यु आ जाए तो
ये मेरी कसम है कि मैं मृत्यु को ही मार डालूँगा।
फौजी की मौत पर परिवार को दुख कम,
और गर्व ज्यादा होता है,
ऐसे सपूतों को जन्म देकर,
मां का कोख भी धन्य हो जाता है…