Romantic Barish Shayari in Hindi

Romantic Barish Shayari in Hindi | ब्यूटीफुल बारिश शायरी हिंदी में

Romantic Barish Shayari in Hindi | ब्यूटीफुल बारिश शायरी हिंदी में | Barish Shayari in Hindi | बेमौसम बारिश शायरी | Hindi Shayari on Barish | Best Barish Shayari in Hindi | बारिश शायरी पर ख़ूबसूरत शेर.

Romantic Barish Shayari in Hindi

Agar Bhigne Ka Itna Hi Shoq Hai Baarish Me, To Dekho Na Meri Aankhon Me,
Baarish To Har Ek Ke Liye Hoti Hai,
Lekin Ye Aankhein Sirf Tumhare Liye Barasti Hain. 

 

हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को,
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।

 

Suna hai bahut barish hai tumhare shaher me, Zyada bheegna mat..
Agar dhul gayi sari galatfehmiyan,
Bahut yaad aayenge hum!

Romantic Barish Shayari in Hindi

सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में, ज्यादा भीगना मत..,
अगर धूल गई सारी ग़लतफहमियां, तो फिर बहुत याद आएंगे हम!!

 

Kaisi beeti raat kisi se mat kahena,
Sapno
 wali baat kisi se mat kahena,
Kaise uthe badal aur kahan jaakar takraye, Kaisi hui barsaat kisi se mat kahena! ? ?

 

कैसी बीती रात किसी से मत कहना,
सपनो वाली बात किसी से मत कहना,
कैसे उठे बादल और कहां जाकर टकराए,
कैसी हुई बरसात किसी से मत कहना! ? ?

 

Romantic Barish Shayari for Girlfriend

Hairat Se Takta Hai Sahra Barish Ke Najrane Ko, Kitni Door Se Aai Hai Ye Ret Se Hath Milane Ko.

 

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।

 

ए बारिश ज़रा थम के बरस,
जब मेरा यार आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस की वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वो जा ना सके

 

Majbooriyan Odh Ke Nikalta Hun Ghar Se Aajkal, Barna Shauk To Aaj Bhi Hai Barishon Me Bheegne Ka.

Romantic Barish Shayari for Boyfriend

बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं,
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है

 

Ҝaash Ҝ๏i is Tarah bhi Waqif h๏ Meri Zindagi se, Ҝe ɱai Baarish ɱai bhi r๏u Aur w๏ Mere Ansu Padh le.

 

काश कोई इस तरह भी वाक़िफ़ हो मेरी ज़िन्दगी से
के मैं बारिश मे भी रोऊ,और वो मेरे आंसू पढ़ ले .

Best Barish Shayari in Hindi

ये बरसात आज मुझसे कुछ कह गयी,
आज फिर मेरी बाहो में उसकी कमी रह गयी,
एक पल के लिए उसे छुआ मैंने,
और आज फिर उसकी याद बारिश में पानी
की तरह बह गयी…

 

Aye badal itna baras ki nafrate dhul jaye,
Insaniyat taras gayee hai pyaar paane ke liye..!!

 

बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है.

Romantic Barish Shayari in Hindi

अगर भीगने का इतना ही शोक है बारिश में,
तो देखो न मेरी आखों में,
बारिश तो हर इक के लिए होती है,
लेकिन ये आखे सिर्फ तुम्हारे लिए बरसती हैं!

 

बारिश का मौसम बहुत तडपता है;
उनकी याद हैं जिन्हें दिल चाहता है,
लेकिन वो आए भी तो कैसे,
ना उनके पास रैन कोट है और ना छाता है।

 

Khayalon Mein Wahi, Sapno Mein Wahi,
Lekin Unki Yaadon Mein Hum Thai Hee Nahi,
Hum Jaagte Rahe Duniya Soti Rahi,
Ek Baarish Hee Thee,
Joe Humare Sath Roti Rahi.

 

कोशिशें तमाम- नाकाम हो गयी,
आँखों से- आँसुओं की बारिश आम हो गयी,
बेवफाई हमसे करके वो चले गए,
और वफ़ा हमारी बदनाम हो गयी ।

 

Romantic Barish Shayari in Hindi

बारिश का सुहाना मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है-यादें भी ताजा हैं,
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है।

 

ए बादल इतना बरस की नफ़रतें धुल जायें,
इंसानियत तरस गयी है प्यार पाने के लिये..!!

 

इतनी सिद्दत से तो बरसात भी कम बरसे
जिस तरह आँख तेरी याद में नम बरसे
मिन्नतें कौन करे एक घरोंदे के लिए
बादल से कह दो आज झमा-झम बरसे.

 

मोहब्बत तो वो बारिश है, जिससे छूने की चाहत मैं
हथेलियां तो गीली हो जाती है, पर हाथ खाली ही रह जाते है ।

 

कितनी जल्दी यह मुलाकात गुज़र जाती है,
प्यास बुझती भी नहीं बरसात गुज़र जाती है,
अपनी यादों से कहो यु ना आया करे,
नींद आती भी नहीं रात गुजर जाती है ।

 

ए बारिश ज़रा थम के बरस,
जब मेरा यार आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस की वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वो जा ना सके.

Romantic Barish Shayari in Hindi

बादल जब गरजते हैं, दिल की धड़कन बढ़ जाती है,
दिल की हर एक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है.

 

Ye Mausam Bhi Kitna Pyara Hai,
Karti Ye Hawayen Kuch Ishara Hai,
Jara Samjho Inke Jazbaton Ko,
Ye Kah Rahin Hai Kisi Ne Dil Se Pukara Hai.

 

मैं भटकता बादल सा, तुम रिमझिम बारिश सी,
हम दोनों इसी तरह, कभी भटकते रहते थे,
याद है तुम्हें या भूल गये,बारिशों में भटकते रहना..

 

जब जब घिरे बादल तेरी याद आयी
जब झूम के बरसा सावन तेरी याद आयी
जब जब मैं भीगा मुझे तेरी याद आयी
मेरे भाई तू ने मेरी छतरी क्यों नहीं लौटायी

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