Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari | सच्चा प्यार पर शायरी 2022

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari | सच्चा प्यार शायरी इन हिंदी  | ‎Pyar Kya Hota Hai Poetry | सच्चा प्यार स्टेटस इन हिंदी | Sacha Pyar kya Hota hai Shayari in Hindi.

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari

मोहब्बत इजहार कर नहीं सकते
बिना इजहार किये भी रह नहीं सकते
काश ऐसी तकदीर बनाते खुदा की वो खुद आकर,
हमसे कहते की हम आपके बिना रह नहीं सकते.

 

अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपायें कैसे
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक नज़र आयें कैसे

घर सजाने का तस्सवुर तो बहुत बाद का है
पहले ये तय हो कि इस घर को बचायें कैसे.

 

जो चेहरों की दरारों में तू झाकें किसी रोज़,
तो कुछ और ही मंज़र होगा।

रूहों में कहे अनकहे ज़ख्मों की खरोंचे होगी,
हर चेहरा एक नज़्म -ऐ- आब होगा।

 

खबर ना हुई मुझे सुबह और शाम की…
इतना वक़्त मैने रोने में बर्बाद किया है..!!

और अब तो लहू बन गए है आंसू मेरे…
आज एक शक्स को मैने इतना याद किया है.!!

 

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari

हम अपने इख़्तियार की हद से गुजर गए,
चाहा तुम्हें तो प्यार की हद से गुजर गए,
जागी है अपने दिल में गुलाबों की आरज़ू,
जब मौसम-ए-बहार की हद से गुजर गए।

ये लुका छुपी का खेल तेरे मेरे दरमियाँ,
मुँहब्बत के भी कई मायने है यहाँ,
बेशक उतरना है दरिया ए इश्क़ में
की किनारे के सहारे नहीं अब और जीना !

 

दिल जीत ले वो नजर हम भी रखते है,
भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है,

यु तो वादा किया है किसी से मुस्कुराने का
वरना आँखों में समुंदर हम भी रखते है।

 

टूटें नहीं कभी बेवफ़ाई से जिसकी
आँसू उसके खामोश दिल पर चोट कर गये

चींखता रहा नाराज़गी का आसमां रात के सुकुं में
इस कदर ज़ख़्म उसके विस्फोट कर गये.

 

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari

लिखू तुझको या तेरा तस्वीर लिख दूँ,
हो इजाजत तो तुझे अपनी रांझा लिख दूँ।

कब तक बैठी रहूँ किस्मत के इंतजार में,
मैं चाहती हूँ मेहनत से तकदीर लिख दू.

 

क्यू दुनियां की बातो से खुद को उलझा रहे हो..
क्यू बेवजह खुद को अंदर ही अंदर सता रहे हो..!!

ये जो तुम हमे अपनी नादानियों से हसा रहे हो..
क्या गम है तुम्हें जिसे तुम हम से छुपा रहे हो..!!

कितनी खुश नसीब है वो फिज़ा,
जो तुझे जब चाहे छू कर गुजरती है बेवजह!

जलन होती है ये सोचकर,
कि सांसों में तुम्हारी वापस आती है समाकर!

 

कभी दूरी, कभी आंहों, कभी हसरत का सफ़र है….
क्यों रोता है तू ऐ दिल ये चाहत का सफ़र है….

जो जिसका है उसके पास है उसी का रहेगा….
आँसू है, दर्द भी है मगर राहत का सफ़र है….

 

Pyar Kya Hota Hai Poetry in Hindi

पुराने दर्द लिखूँ या ताजे जख्म लिखूँ..
या जिसने दिए उसका जिक्र लिखूँ..

खामोश है लब, और चुप है कलम…
अब तुम ही कहो कैसे हाल-ए-दिल लिखूँ .

 

जलजला आखों का थम तो जाता हैं मगर,
सिसकियां भी सिसक कर चुप हो जाती ,

बस ये दिल हैं कि मानता ही नही ,
बस तेरी जरूरत हैं ,एक तेरी जरूरत हैं।

 

प्यार की मारी हूं साहेब प्यार से ही समझूगी
तुम लाख कोशिश कर लेना गुस्से से समझाने की

कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि जब तुम
प्यार से बोलोगे ना तब अपना मुंह खोलूंगी।।

हर इल्जाम का हकदार वो हमे बना जाते है,
हर खता कि सजा वो हमे सुना जाते है!

हम हर बार चुप रह जाते है,
क्योंकि वो अपना होने का हक जता जाते है!!

 

Pyar Kya Hota Hai Poetry in Hindi

उन ताज़ी हवाओं में फूलों की महक हो,
पहली किरण में पंछियों की चहक हो,

जब भी खोलो आप अपनी पलकें,
उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो।

 

एक सिल-सिले की उम्मीद थी जिनसे,
वही फ़ासले बनाते गये।

हम तो पास आने की कोशिश में थे,
ना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये।

 

चिंगारी का ख़ौफ़ न दिया करो हमे,
हम अपने दिल में दरिया बहाय बैठे है,

अरे हम तो कब का जल गये होते इस आग में,
लेकिन हमतो खुद को आंसुओ में भिगोये बैठे है.!!

 

Sacha Pyar Kya Hota Hai Shayari

खड़े-खड़े साहिल पर हमने शाम कर दी,
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,
बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।

चुपचाप रोये, जिन्दगी हँसकर गुज़ार दी
सदियों पुरानी पीर किसी ने उभार दी,

जो पूछता है मैंने वफाओं में क्या किया
मैंने सनम के इश्क पर, अपनी उम्र वार दी.

 

वो जो रखते थे मोम सा दिल ❤️
ना जाने क्यों हमसे मिलकर पत्थर के हो गए

मिलते थे हमसे जो हस हस कर
ना जाने क्यों किसी और की मुस्कान बन गए.

 

हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है,
कभी सुबह कभी शाम याद आता है,

जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत,
फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है.!!

 

Shayari Sachha Pyar Kya Hota Hai

दोस्ती करो हमेशा मुस्कुरा के!
किसी को धोखा ना दो अपना बना के!

कर लो याद जब तक हम जिंदा है!
फिर ना कहना चले गए दिल में यादें बसा के।

 

वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,

अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।

हम जुदा हुए थे फिर मिलने के लिए
जिंदगी की राहों में संग चलने के लिए,

तेरे प्यार की कशिश दिल में बसी है कुछ इस कदर,
दुआ है तेरे साथ मिले ज़रा संभलने के लिए।।

 

एक सिल-सिले की उम्मीद थी जिनसे,
वही फ़ासले बनाते गये।

हम तो पास आने की कोशिश में थे,
ना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये।

 

Shayari Sachha Pyar Kya Hota Hai

कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर,
वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर,

हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां,
अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर.!!

 

ज़िन्दगी के सारे गम क्यों बाँट लेते हैं दोस्त
क्यों ज़िन्दगी में साथ देते हैं दोस्त

रिश्ता तो सिर्फ उनसे दिल का होता है जी
फिर भी क्यों हमे अपना मान लेते हैं दोस्त..!!

 

वो रोए तो बहुत पर मुझसे मुंह मोड़ कर रोए,
कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़ कर रोए,

मेरे सामने कर दिए… मेरी तस्वीर के टुकड़े,
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए….!!

अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल,
अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल,

अब किसी दिलासे की जरूरत नही है,
क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल…!!