Heart Touching Love Poems in Hindi | सच्चे प्यार पर कविता

Heart Touching Love Poems in Hindi | सच्चे प्यार पर कविता | Love Poems in Hindi for Girlfriend | प्यार का इजहार कविता | Love Poems in Hindi for Girlfriend | सच्चे प्यार पर शायरी.

Heart Touching Love Poems in Hindi

बन जाओ मेरी जिंदगी तन्हा हूं मै..
बसालो दिल की धड़कन मे कि तन्हा हूं मै..

अपनी जिंदगी मे तेरी जरूरत देखी है..
तेरी आँखो मे अपने लिए मोहब्बत देखी है..

जितनी बार खुद को नही देखा होगा..
उतनी बार तेरी सूरत देखी है..

जो तुम नही तो जिंदगी मे कुछ भी नही..
समा जाओ मुझमे कि तन्हा हूं मै..!!

🔥🔥🔥🔥

 

चलो पिछला सब ख़त्म करते है
गिले शिकवे सारे भूल जाते है
हो कर एक दूसरे से अजनबी
एक नई शुरुआत करते है

“हैलो ! नाम क्या है तुम्हारा”
“कहो कैसे हो तुम”..
ऐसे कुछ औपचारिक संवादों से आग़ाज़ करते है

सुनो
इस बार दुनिया के रस्मो रिवाजो से नही
बाँधेगे एक दूजे को मुहब्बत के पक्के धागों से।।

🔥🔥🔥🔥

 

इश्क़ है …न चाह है तुझे पाने की,
फिर भी करीब रहो ये अच्छा लगता है,,

ख्वाब है न हकीकत है.. दरमियाँ अपने
फिर भी तुम्हें सोचना अच्छा लगता है,,

दूर हो न करीब ही हो मेरे “जाना”
फिर भी तू हमकदम हो अच्छा लगता है,,

पराया है न अपना ही है तू मेरा
फिर भी तेरा साथ अच्छा लगता है।।🌻🌻

🔥🔥🔥🔥

 

Heart Touching Love Poems in Hindi

एक शायरी लिखी है,,
कभी मिलोगी तब सुनाऊंगा।
एक उम्र लेकर आना
मैं खाली किताब लेकर आऊंगा,,

तोड़कर लाने के वादे नहीं,
मैं अपनी कलम से सितारे सजाऊंगा।
इस ज़मीन पर,
कोई खास नही है मेरा
अगर तू एक बार कुबूल करे
मैं अपने गवाहों को आसमान से बुलाऊंगा।।

एक शायरी लिखी है,
कभी मिलोगे तब सुनाऊंगा।♥️

🔥🔥🔥🔥

 

दिल धड़कने लग जाता है
अजीब सा नशा चढ़ने लग जाता है,,
बस लगता है देखती रहूँ एकटक
वो बोलता रहे मैं सुनती रहूँ।।

थाम ले मेरा हाथ और कुछ ना कहे,,
मुझसे मुझे ही चुरा ले कहीं मुझे छुपा ले।।

बिन कहे वो सबकुछ कह जाता है
निःशब्द सा मुझे कर जाता है।।

🔥🔥🔥🔥

 

प्रेम में जितना तुम्हें पाऊं….
उतनी ही चाहतें बढ़ती जाती है।।

थोड़ा और या फिर निरंतर,,
जैसे अनवरत चलती सांसे..
मेरा हृदय कोई प्यासा नही है,
जिसकी प्यास पानी मिलते बुझ जाए,,

तुमसे प्रेम वैसे ही है
साँवले लड़के,,
जैसे अग्नि का संबंध घी से है…
प्रगाढ़ पवित्र और असीम

तुम मुझे और चाहिए थोड़ा और।।♥️

🔥🔥🔥🔥

 

Love Poems in Hindi

सौदा हमारा कभी बाज़ार तक नही पहुंचा
इश्क था जो कभी , इज़हार तक नही पहुंचा

यूँ तो गुफ्तगू बहुत हुई उनसे मेरी
सिलसिला कभी ये प्यार तक नही पहुंचा

जाने कैसे वाकिफ़ हो गया तमाम शहर
दास्तान-ए-इश्क वैसे अखबार तक नही पहुंचा

शर्ते एक दूसरे की मंजूर थी यूँ तो
पर सौदा हमारा कभी करार तक नही पहुंचा

गहराई प्यार की हम नापते भी कैसे
रिश्ता हमारा कभी तकरार तक नही पहुंचा ..

🔥🔥🔥🔥

 

दुश्मनो की अब किसे जरूरत है
अपने ही काफी है दर्द देने के लिए
😢😢💔
खामोशियां कभी बेवजह नहीं होती
कुछ दर्द ऐसे भी होते है जो आवाज़ छीन लेती है
😥😥💔
हँसता हूँ पर दिल में गम भरा है
याद में तेरे दिल आज भी रो पड़ा है
😥😢😥💔
मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे है
जो कहते थे हम सिर्फ तुम्हारे है
😭😭😭💔
ऐ ज़िन्दगी ख़त्म कर सांसों का आना जाना
मै थक चूका हूँ खुद को ज़िंदा समझते समझते.

🔥🔥🔥🔥

 

तुमने उस दिन बहुत रुलाया था..
जब इश्क़ का वो किस्सा सुनायी था ,,

दिल की दीवारे टूटती सुनायीं दी ,
जब तुमने ख़ुद को उसका बताया था ,,

कैसे कहती की तुम जिंदगी हो,,
तुमने तो..मौत का रास्ता दिखाया था !!

🔥🔥🔥🔥

 

Love Poems in Hindi for Girlfriend

जब वो लड़का रो सके,,
तुम्हारे रोने पर..बिना ये सोचे कि…
वो लड़का है,,रो नहीं सकता।।

तब तुम मान लेना कि,,
अस्तित्व में आ गया है तुम्हारा….प्रेमिका होना।।

और सुनो ,,
जब तुम..देख पाना ,,देह से परे,,
अल्हड़ और
प्रेम की पवित्रता को,,

तब कहना तुम कि…. “”मैं,,,, प्रेमी हूँ….
और प्रेम करता हूँ तुमसे”।।

🔥🔥🔥🔥

 

इश्क़ है …न चाह है तुझे पाने की,
फिर भी करीब रहो ये अच्छा लगता है,,

ख्वाब है न हकीकत है.. दरमियाँ अपने
फिर भी तुम्हें सोचना अच्छा लगता है,,

दूर हो न करीब ही हो मेरे “जाना”
फिर भी तू हमकदम हो अच्छा लगता है,,

पराया है न अपना ही है तू मेरा
फिर भी तेरा साथ अच्छा लगता है।।🌻🌻

🔥🔥🔥🔥

 

वो बीता कल… मुझको प्यार सीखा गया,

जो ताना बाना बुना प्यार का
वो ख़ुद के साथ मिटा गया..

ख़ुद को ख़ुद में नहीं ढूँढ पाती,
वो वजूद में भी अपना एहसास मिला गया..

साँस अब भी आती है उसके बिन,
पर सच मे सुकून से आती है??
ये सवाल मन मे जगा गया!!

हाँ आज भी मौजूद है वो,
मेरे हर किस्से में,,
किसी का होना जिसे कहते है,
वो खुद को खो के ख़ुद से मिला गया !!

🔥🔥🔥🔥

 

Love Poems in Hindi for Girlfriend

हाँ मैं लिखता हूँ ..लेकिन
मैं ना कुछ पाने की ख्वाहिश में लिखता हूँ
ना कुछ खोने की ख्वाहिश मे लिखता हूँ

मैं तो बस मोहब्बत में अपनी
और तेरी खातिर लिखता हूँ

ढूँढता हूँ शब्दो में मोहब्बत
के रंगों को और फिर मैं उन शब्दो के रंग से
तेरी तस्वीर बनाने के खातिर लिखता हूँ

तेरे-मेरे बीच जो चाहत का छुपा एहसास है..
मै बस उसे संजोने की
ख्वाहिश में लिखता हूँ ..💞

🔥🔥🔥🔥

 

विचारों की जमीन पर शब्दों के मकान के
छोटे अक्षरों की अलमारी में

मैंने, तुम्हें सहेज कर रखा है
मेरी कविता की अंतिम लाइन में

खड़ी होकर तुम्हें मैं निहारती रहूं
दूर से ही देख कर
तुझे मैं यूं ही मिलती रहूं

खुद को भी खबर नहीं करती
मेरे इस प्रेम का
इस अलौकिक अहसास से
दूर होने से जो डरती हूं

खुद को भी नहीं बताती
कि तुम्हें कितना प्रेम करती हूं!!

I am Blogger and Digital Marketer.