Alone Sad Shayari in Hindi | अकेलापन अलोन शायरी 2023

Alone Sad Shayari in Hindi | अकेलापन अलोन शायरी 2023

इस पोस्ट में हम कुछ बेहतरीन Alone Sad Shayari, अकेली जिंदगी शायरी लेकर आया है, जिसका नाम Alone Sad Shayari in Hindi | अकेलापन अलोन शायरी 2023 है।

इन शायरियों के माध्यम से आप अपनी भावनाओं को जाहिर कर सकते हैं। आप इसे Whatsapp Status के रूप में भी उपयोग कर सकते और अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

Alone Sad Shayari in Hindi

Alone Sad Shayari in Hindi

ज्यादा कुछ सोचा नहीं कह दिया तो कह दिया,
हमने तुमको जिंदगी कह दिया तो कह दिया
तुम्हारे बाद ये दिल लगना है मुश्किल ,
शौक हो तुम आखरी कह दिया तो कह दिया।

 

मैं सब कुछ सुधारने की कोशिश कर रहा हूं,
चुप सा हू सुधार नहीं पा रहा हूं।
मुझे उम्मीद थी तुम मुझे समझोगी,
लेकिन तुम हर बार मुझे गलत समझ रही हो।

 

बेजान सी जिंदगी ओर तेरी यादों का कहर,
उफ़ ये लंबी राते ओर मेरी अधूरी निंदे,
ये मेरी आशिक़ी ओर तुम्हारी बेवफाई,
मानो या नया मानो, जीतेगी मौत दिखा गई।

 

तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चले इंतज़ार क्या होता है,
यू मिले जाए अगर कोई बिना तड़प के ,
तो कैसे पता चले प्यार क्या होता है।।

 

उसको छोड़ पाऊँगा मैने सोचा नही था।
उसके बढ़ते कदम को कभी रोका नही था।
जमाने ने मुझे बेवफ़ा कहकर उससे दूर कर दिया।
ऐ राज बिना उसके जीना पड़ेगा जिसे हमने कभी
दिया धोखा नही था।।

 

Alone Sad Shayari in Hindi for Boy

alone sad shayari in hindi

गैरों पर मरने की उनकी फितरत हो गयी
हमारी मोहब्बत उनकी शिकायत हो गयी
सारी दुनिया को चाहते है वो अपनाना
बस एक मेरे ही नाम से उन्हे नफरत हो गयी।

 

ज़िन्दगी में जब आप सही होतें है,
तो इसे कोई याद नही रखता,
और जिंदगी में जब आप गलत हो जाते है,
तो इसे कोई नही भूलता।

 

जरूरी नही जीने के लिए सहारा हो,
जरूरी नही जिसे हम अपना माने वो हमारा हो,
कई कस्तियां बीच भबर में डूब जाया करती हैं,
जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।

 

हमने तुम्हारी सुरत का आईना तराश रखा है,
तुम्हारी होठों की पंखुड़ियों को गुलाब मान रखा है,
मन करता है बिना देखे ही चूम लूं इनको
ख्वाब में मौला से यही इनाम मांग रखा है।

 

जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
जूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मानकर ऐतबार करते हैं।❤️

ख़त्म हो गए है जज्बात सारे,,कुछ इस क़दर
अब ख़ुद से ही बिछड़ने लगे है
बेवफ़ा था,हूं या हो गया हूं , जाने कैसे…..
मेरे अपने ही रिश्ते मुझसे अकड़ने लगे है।।

 

हर धड़कन में एक राज़ होता है;
बात को बताने का भी एक अंदाज़ होता है,
जब तक ना लगे ठोकर बेवाफ़ाई की,
हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है।

 

सुनो.. यूं ही नहीं किताबों में रख लेना
शाम ढले हमारे गुलाब हिफाज़त से रख लेना ,
इज़हार किया है तुमसे इक़रार की इल्तिज़ा है ,
बड़ा नाजुक है दिल मेरा नज़ाकत से रख लेना

 

कौन सुनेगा हाल मेरे दिले घायल की।
ये तो कयी बार टूटा है आवाज सुनके पायल का।
आजकल तो हर कोई प्यार करता है मुझे।
कहते है लोग ऐ राज बड़ा अच्छा दिल है इस पागल का।।

 

तुम्हारा नाम अब तक हमारे होठों पे रहता है
तेरी वफ़ा का वो जाम हमारे होठों पे रहता है
पर दर्द लिए बैठे हैं हम भी दिल में
ऐसी मुहब्बत का नाम हमारे होठों पे रहता है।

 

लगे हैं इलज़ाम दिल पे जो मुझको रुलाते हैं,
किसी की बेरुखी और किसी और को सताते हैं,
दिल तोड़ के मेरा वो बड़ी आसानी से कह गए अलविदा,
लेकिन हालात मुझे बेवफा ठहराते है।

 

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जाएँगे…..
हर एक रिश्ता इस ज़मीन से तोड़े जाएँगे……
जितना जी चाहे सतालो यारो……
एक दिन रुलाते हुए सबको छोड़ जाएँगे……

 

जिंदगी कुछ तो बता आखीर तुझे क्या हो गया,
आईना धुंधला हुआ या मेरा चेहरा खो गया,
मेरी किस्मत लिखते लिखते मेरा मलिक रुक गया,
आईना धुंधला गया या मेरा चेहरा खो गया।

 

कभी वो साथ निभाने की बात किया करते थे,
सातों जन्म हम पे मर जाने की बात किया करते थे,
क्या हुआ कुछ पल में बदल दिए तेवर,
क्या हुआ वो इश्क की ऐसी मिसाल दिया करते थे।

 

हँसती हुई आँखो को क्यों रुलाया तुमने।
गर मैं तेरा नही था मुझे अपना क्यों बनाया तुमने।
पता है मेरी यादें बहुत तड़पायेगी ऐ राज
मेरे मजाक को भी क्यों हकीकत बनाया तुमने।।

 

उसकी सूरत पर कैसे कोई किताब लिखूँ,
उसके सुर्ख लबों को मैं कैसे गुलाब लिखूँ,
एक नज़र में क़त्ल हज़ार करती है आँखें..
उन क़ातिल निगाहों का कैसे हिसाब लिखूँ।

 

सबक किताबें हमको पढातीं कुछ और है,
रवायतें ज़माने की सिखाती कुछ और है,
दिलो दिमाग़ के दरमियाँ बरकरार फासले है,
अक़्ल कुछ और रुह बताती कुछ और है…!!

 

ज़िन्दगी ने कुछ इस तरह का रुख़ लिया,
जिसने ज़िस तरफ़ चाहा मुझें मोड दिया,
जिसकों जितनी थी ज़रुरत साथ चला और फ़िर,
आख़िर में तन्हा छोड दिया।

 

कभी किसी को इतना इग्नोर मत करो,
कि वो आपके बिना ही रहना सीख जाये,
क्योकि जब आप किसी को इग्नोर करते है
तो आंखे ही नहीं दिल भी रोता है॥

 

हमने तुम्हारी सुरत का आईना तराश रखा है,
तुम्हारी होठों की पंखुड़ियों को गुलाब मान रखा है,
मन करता है बिना देखे ही चूम लूं इनको
ख्वाब में मौला से यही इनाम मांग रखा है।

 

उसकी आरज़ू  अब खो गयी है,
खामोशियों की आदत सी हो गयी है …
न शिकवा रहा न शिकायत 😌 किसी से,
बस एक मोहब्बत ❤️ है,
जो इन तन्हाइयों 💔 से हो गई है … ।।

काश वो मिल जाए इन राहों में यू ही कहीं
चलते चलते, रोक कर उनको.🧍🚶….
और पुछेंगे उनसे.कहा थे अब तक….
उम्र निकल रही है यू ही अकेले चलते चलते

 

सबक किताबें हमको पढातीं कुछ और है,
रवायतें ज़माने की सिखाती कुछ और है,
दिलो दिमाग़ के दरमियाँ बरकरार फासले है,
अक़्ल कुछ और रुह बताती कुछ और है…!!

 

तुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझे,
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं …
मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें ,
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं …

 

सीख कर गयी हैं, वो मोहब्बत मुझसे ..
जिससे भी करेगी बेमिसाल करेगी..!
वो भी बहुत अकेला है शायद मेरी तरह,
उस को भी कोई चाहने वाला नहीं मिला ।।

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