
Sacha Pyar Shayari In Hindi | सच्चा प्यार की शायरी हिंदी में
Sacha Pyar Shayari In Hindi | सच्चा प्यार की शायरी | Sacha Pyar Shayari in Hindi with Images | सच्चा प्यार करने वाली शायरी | Sachcha Pyar Shayari in Hindi | सच्चा प्यार करने वालों की शायरी.
Sacha Pyar Shayari In Hindi
हम तो मज़ाक में भी किसी का दिल दुखाने से डरते हैं ,
पता नहीं लोग कैसे सोच समझ कर दिलों से खेल जाते हैं.
अगर न लिखते हम तो कबके राख हो गए होते,
दिल के साथ साथ रूह में भी सुराख हो गए होते!!
जिंदगी में किसी के दिए जख्मों इतने गहरे होते है
की हम नई सुरुआत करने से भी डर रहे होते है .
किसी मंदिर में रखी हो पहले से कोई मूरत
वहां किसी और भगवान को नहीं रख सकते है.
तुम्हें देखने भर से ही मुझमें लौट आती है साँसें,
यूँ लगता है जैसे वीराने में बाशिंदे लौट आए हो.!!
दूर रह कर भी जो समाया है मेरी रूह में
पास वालों पर वो शख्स कितना असर रखता होगा.
तुझे ऐसा लगता है कि मैं किसी और को चाहता हूं…
तुझे कैसे बताऊं मेरा पहला प्यार तू ही है आखरी
सास तक तेरे शे प्यार करता रहूंगा…
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप…..
शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जायेगी…
तुझको लिख पाना नहीं हैं इतना भी आसान,
कि इतने सुन्दर तो लब्ज़ ही नहीं है मेरे पास।।
किसी दिल में बसी हो पहले से कोई सूरत
वहां किसी और दिल को जगह नहीं दे सकते है.
मेने बहाया नहीं हे एक भी आँशु तेरे जाने के बाद,
कभी देखा हे क्या मरे हुए इंसान को आँशु बहाते..!
Sacha Pyar Shayari In Hindi
कितना अच्छा लगता है ना जब मोहब्बत में कोई कहे….
क्यूँ करते हो किसी और से बात मैं काफी नहीं आपके लिए…
कही मिले तो उसे यह कहना गए दिनों को भुला रहा हू,
वह अपने वादे से फिर गया है मैं अपने वादे निभा रहा हूँ।
ये तो मालूम है हमें एक न एक दिन आप भी हमें प्यार करेंगे
पर ये नहीं मालूम कि , उस दिन हम जिंदा रहेंगे की नहीं रहेंगे.
अपने सफ़र ए जिंदगी की आखरी पड़ाव पर हूं
तुम आओगे शायद मिलने , जिंदा शायद इस ख्याल से हूं.
हुई मेरी आंखो से बरसात तब समझ आया
ये बादल अपनी खुशी से यूं ही नहीं बरसने आया.
कितना बुरा नसीब है ना मेरा ,
जिससे बेइंतेहा मोहब्बत है उसे ही पाने को तरस रहा है.
तुम्हारा नाम ना लिखता तो और क्या करता
सवाल आया था पर्चे में के ज़िन्दगी क्या है ?
पिछले बरस था खौफ कि तुझको खो ना दूं कहीं,
इस साल ये दुआ है कि तेरा सामना ना हो.
पलट क देख ज़ालिम, तमन्ना हम भी रखते हैं
हुस्न तुम रखती हो तो, जवानी हम भी रखते हैं
गहराई तुम रखती हो तो, लम्बाई हम भी रखते हैं.
Sacha Pyar Shayari In Hindi
प्यार में भी शामिल हो एफिडेविट कोई,
ये वादे करके मुकरना आजकल आम हो गया है!!
तेरे मिलने से कुछ ऐसी बात हो गई कुछ भी नहीं था
मेरे पास और अब ज़िन्दगी से मुलाक़ात हो गई…
मै फिर से गिरूँगा ये ग़लतफ़हमी दूर कर लो
वो दिल की गलती थी की हम लडखडा से गए थे…
में बारिश में भीगने के बाद कपड़े पे लगे कीचड़ सा हूं,
बारिश रुकने पर मुझसे सिर्फ नफरत ही की जा सकती है।
जिस नजाकत से लहरे पैरों को छूती है …
यकीन नही होता इन्होने कभी कश्तियाँ डूबाई होगी….
तू तो नेअमत है, सो शुकराना यही है तेरा,
पलकें झपकाए बिना हम तुझे तकते जावें!!
खुद का टूटा तब जाकर ये हुनर सीखा हमने…
की टूटे दिल को कैसे रफू कर करके बहलाते हैं…
आ गया है हुनर हमें हर ग़म में मुस्कुराने का…
टूटे दिल अब लोग सारे हमसे ही रफू करवाते हैं…
सताते हैं तो सिर्फ दिल में रहने वालो को
गैरों की तरफ तो हम नज़र भी नहीं उठाते..!!
कितना मासूम है ना मेरा दिल जिसे कभी पाया
ही नहीं उसे खोने से डर रहा है.
आसमान हमसे नाराज़ है, तारो का गुस्सा भी बेहिसाब है,
वो सब हमसे जलते है क्यूकी, चाँद से भी बेहतर आप हमारे पास है।
Sacha Pyar Shayari In Hindi
कितनी भी हल्दी चन्दन केसर लगा लो…;
दीदार ए यार के बिना निखार आता ही नहीं….;;!!
प्यार तो जिंदगी का एक अफसाना है….
इसका अपना ही एक तराना है…..
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू….
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है…..
कौन कहता है मुझसे वफ़ा कीजिए…
आइए दिल लगाइए और तबाह कीजिए….
वो चाँद.. है.. सुबह होते होते,उसके साथ ढलना चाहती हूँ…
मै उसकी जिंदगी का, सबसे खूबसूरत पल बनना चाहती हूँ… ✍️
इश्क के समन्दर में कूदे थे हम…
ना सहारा मिला ना किनारा डुबना तो था ही..!!🥺
सवाँर देना कभी जुल्फें मेरी,
गुस्से में ज्यादा हसीन नहीं लगती हैं..
कौन कहता है कि गुस्से में लडकियां जुल्फें बांध लेती है..
लोग कहते हैं रोने से कुछ नहीं मिलता,
मेरा मानना है रोने से सुकून मिलता है!!
में हमेशा डरता था उस खोने से,
उसने ये डर ही खत्म कर दिया मुझे छोड़कर।
Sacha Pyar Shayari In Hindi
कभी ले मुझसे मेरे दिन का हिसाब,
फिर ढूंढ अपने सिवा कुछ और मेरी जिंदगी मे।…
उनको तकलीफ देके वो भी खुश तो नहीं थे,
जरा गोर से देखते वो उनकी की तरफ,
गिरा हुआ इंसान ही सही मगर,
गिरा भी तो उन्ही को पाने की तलब मे था।
अर्थहीन सब शब्द है भाषा स्वाद विहीन,
तुम बिन सारी बोलियां दीन, हीन, गमगीन.!!
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे! दुनिया में हम खुश नसीब होंगे!
दूर से जब इतना याद करते है आपको! क्या होगा
जब आप हमारे करीब होंगे?
कौन कहता है मुझसे वफ़ा कीजिए…
आइए दिल लगाइए और तबाह कीजिए….
अगर आपको ये लगता है कि किसी को इसकी चिंता
नहीं कि आप ज़िंदा भी हैं तो बस कार की कुछ
किश्तें जमा ना करिये.
दिल में सिर्फ तू ही बसती है मेरे
दिल में किसी और को जगह नहीं दिया….
एक हसरत थी, कि कभी वो भी हमें मनायें।
पर ये कमबख्त दिल कभी, उनसे रूठा ही नहीं।
चलो आओ अजनबी बनकर, फिर से मिले।
तुम मेरा नाम पूछो, मैं तुम्हारा हाल पूछूं।
कुछ इस तरह मैंने ज़िन्दगी को आसां कर लिया
किसी से माफ़ी मांग ली किसी को माफ़ कर दिया
सच्चा प्यार.