Pyar Bhari Line in Hindi | 200+ प्यार भरी लाइन हिन्दी में
Pyar Bhari Line in Hindi | प्यार भरी शायरी दो लाइन | Pyar Bhari 2 Line Shayari in Hindi | भरी शायरी चार लाइन | Mohabbat Bhari Line in Hindi | हिन्दी शायरी प्यार भरी दो लाइन | Pyar Bhari Line in Hindi.
Pyar Bhari Line in Hindi 2022
लहरों से लड़ा करती हूँ दरिया में उतर कर।
साहिल पे खड़े होकर मैं साजिश नहीं करती।
जिसने तुम्हें चाहा नहीं ..,
उस शख्स को मैं मिल रही हूँ ये इंसाफ़ थोड़े है…!!
अब किसी ग़ैर का क़ब्ज़ा है उनकी बाँहों पर…!!
यानी बेघर हैं हम अपना मकान होते हुए…!!!
जिंदगी खराब तब होती है …
जब दिमाग वालों को दिल में जगह दी जाती है..
ये ना पूछो कि क्या हो तुम…
सांस रोक कर जी जाए, ऐसी ज़िन्दगी हो तुम…❤️
समेट लीजिए इक बार खुलकर बाहों में..!!
कोई पूछे तो कह देना इश्क़ की रात है आज..!!
देख नहीं पाता अब भी मुझे किसी और के साथ.
और कहता है मुझसे नफ़रत करता है..
आज फिर से छाए हैं उनकी रहमत के बादल…
किस्मत में भीगना लिखा है या तरसना खुदा जाने !!
शिकायतें मुझे भी बहुत है तुमसे
पर मेरे इश्क का वजन उससे ज्यादा है.
आज फिर से छाए हैं उनकी रहमत के बादल…
किस्मत में भीगना लिखा है या तरसना खुदा जाने !!
गुजरना पड़ता है ज़िंदगी को कई मानसूनो से,
फक़त एक बारिश से ज़मीं की तपिश नहीं जाती॥
सांस के साथ ही जंज़ीर-ए-वफ़ा टूटती है..
तू नहीं जानता गैरो की बांहो में सिमटने वाले..
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू…!!
कि सस्ती सी कमीज अनमोल हो गयी…!!!
ये बरसात भी तुम्हारे प्यार की तरह है,
जब भी बरसती है दिल को ठंडक मिल जाती है..
मुखालफत मेरी शख्सियत सवार देती है
मैं जलने वालों का बड़ा एहतराम करती हूं..!!
दो पल की मोहब्बत
जिंदगी भर की खुशी ले जाती है
और तोहफ़े में दे जाती है दुख, तड़प और टूटा विश्वास !!
जहाँ कदर मिली वहाँ दिल गया
फिर लोग कहते है इन्सान बदल गया….।
हम बेकसूर लोग भी दिलचस्प हैं बड़े ….
शर्मिंदा भी हो लेते है, कोई खता किए बगैर..!!
मजबूरियों ने बेशक तुझसे जुदा कर दिया…!!
मगर मोहब्बत तुझसे आज भी है मुझे…!!!
वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल को प्यार आ गया,
वो पास आई, और तू बारिश बनकर बरस गया..
हमसे मत पूछो कि हमारी हद कहाँ तक है,
बेपरवाह से हैं तुम्हारी रज़ा जहाँ तक है..!!
अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है…!!
ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है…!!!
ज़िन्दगी ने मेरे दर्द का क्या खूब इलाज सुझाया
वक्त को दवा बताया ख्वाहिशों से परहेज़ बताया..
लबो से छुकर लफ्ज़ो का कलाम ले लीजिये …
एक बार अपने होंठो से मेरा नाम ले लीजिये…
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब…!!
ज़िंदगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले…!!!
कौन भूल पाता है जुदाई का वो दिन,
हर शख्स के पास एक तारीख पुरानी होती है.
आज फिर से छाए हैं उनकी रहमत के बादल…
किस्मत में भीगना लिखा है या तरसना खुदा जाने !!
इजहार-ए-इश्क़ करूँ या पूछ लूँ तबियत उनकी
ऐ दिल कोई तो बहाना बता उनसे बात करने का !
ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है साहब,
लोगों की आदत है, सामने सलाम पीछे बदनाम…
सिर्फ एक बहाने की तलाश होती है,
निभाने वाले को भी और जाने वाले को भी !!
ढूढ़ना ही है तो परवाह करने वालों को ढूंढ़िये साहेब,
इस्तेमाल करने वाले तो ख़ुद ही आपको ढूंढ लेंगे…!!
ठुकरा दे कोई चाहत को तू हस के सह लेना,
प्यार की तबियत में ज़बर जस्ती नहीं होती••• !
नज़र और नसीब में भी क्या इत्तफ़ाक़ है…
नज़र उसे ही पसंद करती है जो नसीब में नही होता…!!
कल तेरी तस्वीर मुकम्मल की मैंने
फ़ौरन उस पर तितली आ कर बैठ गई.
कहीं पर गम कहीं सरगम ये कुदरत के ही तो नज़ारे हैं…
प्यासे तो वो भी रह जाते हैं घर जिनके दरिया किनारे हैं..
मै उस उम्र मै भी तुम्हारे कानो मै झमुके बांध दूंगा,
जिस उम्र मै मेरे हाथ काँप रहे होंगे..
अगर सच में किसी का साथ जिंदगी भर चाहते हो तो..
उसे कभी मत बताओ कि तुम उसे कितना चाहते हो..
जितनी भीड़ बढ रही है ज़माने में,
लोग उतने ही* अकेले होते जा रहे हैं..!!
मेरे कमरे में तेरे ख्वाहिशों के बयान अब भी मिलते हैं,
तेरी तस्वीर पे मेरे उंगलियों के निशान अब भी मिलते हैं।
तुम्हारे बाद गुजरेंगे भला कैसे हमारे दिन
नवंबर से बचेंगे तो दिसंबर मार डालेगा.
दिल चाहता है होठों पर होठ रखकर सो जाऊं,
की नवंबर की रात है कहीं तुम्हे ठंड ना लगने लगे..!
तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी
अब तुम देखो मेरा सबर और मेरी ख़ामोशी…!!
छुपे-छुपे से रेहते हैं सरेआम नही होते
कुछ रिशते सिर्फ अहसास हैं,उनके नाम नही होते.
सुनो…….
मैंने तुम्हें सिर्फ अपना दिल ही नहीं दिया…
इस दिल में चलती हर सासं तुम्हारे नाम की है….
मन को मिलने वाला सुकून भी तुम…!!
दिल में होने वाली बेचैनी की वजह भी तुम…!!!! ❤️
बदल ही देते है चेहरे की रंगत
ये इश्क भी किसी सर्जरी से कम नही होता….
कहाँ ढूँढ़ते हो तुम इश्क़ को-ऐ-बेखबर
ये ख़ुद ही ढूंढ़ लेता है जिसे बर्बाद करना हो !
तुझ पर आकर खत्म हो गई सरहदें प्यार की,
इसलिये अब शायद किसी और पे प्यार आता नहीं..
मेरी मोहब्बत की मौत हो चुकी है ,
जनाज़े का ऐलान बाद में किया जाएगा…
तुम्हारी याद और सर्दियों का ये मौसम…
लोग ठिठुरते होंगे पर मैं तो सुलगता रहता हूं…
पाना और खोना तो किस्मत की बात है,
मगर चाहते रहना तो अपने हाथ में है… !!