यह कुछ ब्रेकअप शायरी (Breakup Shayari in Hindi) कर रहा हूँ। जो आपकी भावनाओं को व्यक्त करने में मदद कर सकती हैं। अगर आप को किसी से ब्रेकअप हो गया है, किसी ब्रेकअप से गुज़र रहे हैं या आपको कोई आपके चाहने वाला छोड़ गया हो तो इन शायरी को पढ़कर आपको थोड़ी राहत मिल सकती है।
New Breakup Shayari Hindi
उम्र गुजर रही है तराजू के कांटे को संभालने में,
कभी फर्ज भारी होते है, तो कभी अरमान।
दुनियां धोखा देकर अक्लमंद हो गई,
औऱ हम भरोसा कर के गुनेहगार हो गए।
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश हो कर,
ये दुनियाँ वाले एक ख़ता के बदले सारी वफायें भुला देते हैं।
मोहब्बत से भरी कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं,
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते है।
यहाँ मज़दूर को मरने की जल्दी यूँ भी है,
कि ज़िंदगी की कश्मकश में कफ़न महंगा ना हो जाए।
सुना है कि मौत से पहले एक और मौत होती है,
और उसे प्यार से लोग मोहब्बत कहते हैं।
जो लोग दर्द को समझते है,
वो लोग कभी भी दर्द की वजह नहीं बनते।
कोई बेवफाई कि तालिम हम को भी तो दे,
बड़े वफादार बने फिरते है इस दगाबाज शहर मे हम।
मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक ना रहा,
मेरा कौन हैं यही सोचने में रात गुजर जाती हैं।
दिमाग वाला दिल मुझे भी दे ऐ खुदा,
ये दिल वाला दिल तकलीफ ही देता है।
बड़ा खुश नसीब है वो जिसके नसीब मे तुम हो,
उसे और क्या चाहिये जिसके तुम करीब हो।
काफी है तेरा अहसास ही जीने के लिये,
रूबरू होने की इतनी ख्वाहिश भी नहीं।
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नही,
चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
चलो समेट लेते हैं आज फिर अपने ग़म को,
कोई बड़े दिल से अलविदा कह गया है हमको।
मैं चीज़ महंगी और नायाब बेचता हूं जनाब,
लोग ईमान बेचते हैं और मैं मुस्कान बेचता हूं।
देखी है बेरुखी की आज हमने इन्तेहाँ,
हम पर नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए।
हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हैं,
हर तकलीफ में ताक़त की दवा देते हैं।
तय है बदलना हर चीज़ बदलती है इस जहाँ में,
किसी का दिल बदल गया किसी के दिन बदल गये।
वो न कागज रखता है न किताब रखता है,
फिर भी वह सारी दुनिया का हिसाब रखता हैं।
कैसी अजीब सी है ये मोहब्बत की राहें,
रास्ता वो भटक गये और मंज़िल हमारी खो गयी।
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती हैं।
अहसान रहा इलज़ाम लगाने वालो का मुझ पर,
उठती ऊँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया।
अब छोड़ दिया है इश्क़ का स्कूल हमने भी,
हमसे अब मोहब्बत की फीस अदा नही होती।
जिंदगी के सफर से बस इतना ही सबक सीखा है,
सहारा कोई कोई ही देता है धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है।
बिखरा वज़ूद टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ,
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत।
रात भर जागता हूँ एक एसे सख्श की खातिर,
जिसको दिन के उजाले मे भी मेरी याद नही आती।
पास आने की ख्वाइशें तो बहुत थी मगर,
पास आकर पता चला मोहब्बत फासलों में है।
हमारी आंखों पर भरोसा कीजिए जनाब,
गवाही तो अदालतें मांगा करती हैं।
हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे,
खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे।
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही,
पर दिल चाहता है आखरी सास तक तेरा इंतजार करू।
गजल लिखने लगा हूं मैं अब,
शायरियों में अब तुम समाती नहीं।
बदलते लोग बदलते रिश्ते और बदलता मौसम,
चाहे दिखाई ना दे मगर महसूस जरूर होते हैं।
हर दिल के कुछ अपने दर्द होते हैं,
कुछ के फ़ीके कुछ के लाजवाब होते हैं।
एक उम्र वो थी कि जादू में भी यक़ीन था,
एक उम्र ये है कि हक़ीक़त पर भी शक़ है।
बे वजह दिल पे बोझ भारी ना रखिये,
ज़िन्दगी एक खूबसूरत जंग है जारी रखिये।।
चाहो तो तुम भी हाल पूछ सकते हो हमारा,
कुछ हक़ दिए नहीं जाते लिए जाते है।
सबके कर्ज़े चुका दूँ मरने से पहले, ऐसी मेरी नीयत है,
मौत से पहले तू भी बता दे ज़िंदगी, तेरी क्या कीमत है।
मेने देखा है तुझे ओरो से दिल लगाते हुए,
एसे ही नहीं डूबी मेरे यकीन की कश्तियां।
मेरी गलती में छिपा है मेरा इंसान होना,
वो जो गलती न करे, कोई फरिश्ता होगा।
जिंदगी ने एक बात तो सिखा दी है इंसान साथ
तभी देता है जब वह खुद अकेला होता है..!!
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन,
बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई।
गज़ब की धूप है शहर में फिर भी पता नहीं,
लोगों के दिल यहाँ पिघलते क्यों नहीं।
चलेगा मुक़दमा आसमान में सब आशिक़ो पर एक दिन,
जिसे देखो अपने महबूब को चाँद बताता हैं।
जब दर्द हद से आगे बढ़ जाता है,
इंसान रोता नहीं, ख़ामोश हो जाता हैं।
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे,
और हम मोहब्बत दिल मेँ छुपाते गये।
चाहो तो तुम भी हाल पूछ सकते हो हमारा,
कुछ हक़ दिए नहीं जाते लिए जाते है।
एक वक्त था जब बातें ही खत्म नही होती थी,
आज सबकुछ खत्म हो गया मगर बात ही नहीं होती।
मिज़ाज भी बदल जाएंगे दस्तूर यही है,
इश्क़ की शुरुआत ही अंत का सबब है।
नींद भी नीलाम हो जाती हैं दिलों की महफ़िल में जनाब,
किसी को भूल कर सो जाना इतना आसान नहीं होता।
जिसको सुनाना चाहूँ,वो तो सुनता नही,
ज़माना ख़ामख़ा कान लगाए बैठा हैं।
बदलते नहीं जज़्बात मेरे रोजाना तारीखों की तरह,
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश मेरी आज भी है।।
हमने भी कभी चाहा था एक ऐसे शख्स को,
जो आइने से भी नाज़ुक था मगर था पत्थर का !!
एक बार भूल से ही कहा होता की हम किसी और के भी है,
खुदा कसम हम तेरे साये से भी दूर रहते !!
ढूँढ़ने चले थे एक शख्स की मोहब्बत,
खुद को ही खो दिया उसकी चाहत में।
मुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो दोस्त,
कुछ नही हुआ है बस भरोसा करके धोखा खाया है।
न गवाह मिलते हैं ओर न सबूत मिलते हैं,
लोग बेख़ौफ एहसासों का कत्ल करते हैं।
हो सके तो पास आकर देख मेरे दिल का दर्द,
फांसले से तो हर चीज छोटी नजर आती है !
जज़्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाए,
दर्द की ज़िद्द है कि दुनिया को खबर हो जाए।
जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म देती है,
और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है।
कुछ ख़्वाइशों का कत्ल करके बस मुस्कुरा दो,
जिंदगी अपने आप ही बेहतर हो जाएगी।
टूट कर भी कम्बख्त धड़कता रहता है,
मैंने इस दुनिया में दिल सा कोई वफादार नहीं देखा !!
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