Sad Shayari for Girls in Hindi | सैड शायरी गर्ल्स के लिए | Sad Love Shayri in Hindi | सैड शायरी फॉर गर्लफ्रैंड | Famous Sad Shayari in Hindi |
ये शायरी उन लड़कियों के लिए है जो अभी भी अपने प्यार को भूल नहीं पाई हैं। ये शायरी उनके इश्क़ को बयां करती है। आप इन शायरी को अपने स्टेटस में डालकर अपने दर्द को व्यक्त कर सकती हैं।
Sad Shayari for Girls in Hindi
तेरी यादें आईं जब भी, दिल मेरा रोता है,
खुदा से बस एक ही दुआ है, तुझे खुशियाँ मिलती रहें।
कभी तेरे बिना, दिल मेरा बेमान हो जाता है,
तू जाने या न जाने, दर्द से तरपता है।
वक़्त की बेबसी में बिना तेरी हँसना सिख गए,
बस इतना है जिंदगी में, तेरी यादें बस जाती हैं।
तेरी यादें आती हैं, रातों को सोते समय,
दिल के दर्द को छुपा कर, आँसू बहाती हैं।
आंसू में बसे ख्वाब भी हैं दर्द के इन सफरों में,
पर फिर भी हँसते हैं, खुद को बेहलाते हैं हम।
मन्जिल के लिए बड़ा ही अकेली हूँ,
दर्द के सफर में, फिर भी मुस्कुरा रही हूँ।
दिल की धड़कन बेहलाने को तरस गई,
खुदा से मेरी ये दुआ है के वो वक़्त बदल गई।
दिल की गहराइयों में छुपी है ये दर्द,
सब कुछ तूफानों में बेहरहाई है ये बर्बाद।
ज़िन्दगी ने सिखा दिया है कुछ सिखाने का तरीका,
हर दर्द को अपना बना के जीने का तरीका।
तन्हा बैठी हूँ दिल के कोने में,
दर्द की ये आंधी चल रही है जिन्दगी में।
तुम्हारे बिना जिन्दगी अधूरी सी लगती है,
जब तक तुम्हारी यादें हैं, हर दर्द सही सी लगती है।
अपने आप को खोने का दर है,
पर आगे बढ़ने का इरादा रखती है ये लड़की।
ज़िन्दगी के सफर में बहुत रास्ते आएंगे,
कुछ रुख के चलना होगा, कुछ चलते चले जाएंगे।
हम लिखते रहते हैं वो पढ़ते रहते हैं,
यूँ ही हम दोनो एक दूजे से मिलते रहते हैं…!!
पल कितने भी गुजार लूँ तुम्हारी पनाहों में..
पर हर धड़कन कहती है कि,दिल अभी भरा नहीं।
मान बैठा हूँ अब तो मैं ख़ुदा उसको,
जो शख़्स मेरे दिल से अब निकलता ही नहीं।
सुकून इतना ही काफी है फासलों में रहकर भी,
तुम दिल के सबसे करीब रहते हो।।
दुनियादारी का हुनर किसने कितना सीखा है…
तुम किताबों से सीखे हो हमने वक़्त से सीखा है…
लिखूं या ना लिखूं क्या फर्क पड़ता है ,
ज़र्रे ज़र्रे को पता है जान हो तुम हमारी ..!!
बादलों का गुनाह नहीं के वो बरसते हैं,,
दिल हलका करने का हक तो सभी को है ना…
चले जाएँगे एक दिन तुझे तेरे हाल पर छोड़ कर
कदर क्या होती है ये तुझे वक़्त बताएगा।
मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगा,
तेरा वा’दा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा’
तरक्की मिलेगी तो गिराने वाले भी मिलेंगे..
तू हमेशा तैयार रहना आजमाने वाले भी मिलेंगे।
कांच का जिस्म कहीं टूट ना जाए,
हुस्नवाले तेरा सीढ़ियों पर चढ़ने से डर लगता है.
नहीं चाहिए कोई मरहम तेरे जख्मों का
फिक्र इतनी ही है तो लगा ले सीने से…!
तेरी कलाई जो पकडूँ तो शोर मचाती है,
ये चूड़ियाँ आखिर तेरी लगती क्या हैं..??
झूठी हैं इश्क़ की किताबें और शायर सभी,,,
किसी ने रोते हुए लड़को के बारे मे नहीं लिखा..
मेरी तलब रखने वाले… ये तो बता…
पहले भी कभी… जहर चखा है क्या…??
मुझ पर अपनी मोहब्बत बरकरार रहने दो
बड़ा हसीन है ये कर्ज़ मुझे कर्ज़दार रहने दो !!
सिर्फ चाकू-छुरी पर ही बंदिश क्यों,
कुछ निगाहें भी तो क़ातिल होती हैं!!
खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह
और हम उसी _रौनक में पूरा दिन गुजार देते है!!
बिगाड़ लूँगा मैं खुद को इस कदर की,
तुम मुझे देखते ही सदमे से मर जाओगे..
और तुम्हारी पहली कॉल ,नुसरत फतह अली
की ग़ज़लों से ज्यादा खुबसुरत थी
कुछ इस लिए भी उसको मैं गले नहीं लगा सका :
कोई बिछड़ा हुआ गर देखता तो क्या सोचता
दर्द मुझको ढूंढ लेता है रोज नए बहाने से
वो हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से!
वो ढूंढते है इश्क मेरे अल्फाजों के दायरे में,
नहीं समझते कि खामोश मोहब्बत क्या है।
उसका आखिरी मैसेज था अब बात नहीं करनी :
मैं तो लिखता रह गया हुआ क्या-हुआ क्या :
तुमसे मिली तो मुकम्मल सी हुई
तुम से बिछड़ी तो दर्द से रूबरू हुई.
हमे देखो हमारे पास बैठो हमसे कुछ सीखो!!!
हमने प्यार मांगा था हमने दाग़ पाए हैं!!!
रो रहे है आज सब सताने वाले एक
वो है कि कफन में लिपटा हंस रहा है.
तेरी यादों में खोई रहती हूँ,
हर पल तेरी तस्वीर ही दिखाई देती है।
काश तू मेरे साथ होता,
तो मैं इतनी उदास नहीं होती।
रास्ते में खड़ी हर लड़की को घूरने वालों…
खुदा तुम्हे चांद से भी ज्यादा खूबसूरत बेटी दे
झूम उठता है सारा शहर मेरे दो शेर सुनकर,
तुम पूछते हो शायर की औकात ही क्या है।
तुम पे जँचेगा मुझसे बिछड़ जाने का रंग,
तुम ईद पे सियाह लिबास पहनना… ✍️
वो बस जान जाये कि मुझे उससे इश्क़ है,
मेरी आधी मोहब्बत तो यूं ही मुकम्मल हो जायेगी।
ज़िंदगी की राहों में, कभी खो जाते हैं हम,
तेरी यादों के साथ, दर्द से गुजरते हैं हम।
रुकी है दुनिया मेरी, जब से तू न रही है,
तेरी यादों के साथ, दिल मेरा रोता है।
कितना भी दुख हो, चेहरा ना जताना किसी को,
आँसू छुपा कर ही, मुस्कराना सिख गए हैं हम।
जब से तू चली गई, दिल मेरा बेहलाता है,
तेरी यादों का साया, हर कदम पर सताता है।
कितनी बारिशें आएं, कितने चाँद बिखरे,
मगर तुम्हारी यादें हमारे दिल से कभी न जाएं।
जिंदगी की राहों में कभी कभी अकेलापन साथ होता है,
पर हमें याद रखना, तुम हमेशा हमारे दिल के पास होती हो।
दिल के दर्द को छुपा के रखा है दिल में,
क्योंकि लोगों को दर्द दिखाने से दिल टूट जाएंगे।
ये तसल्ली है तेरे दिल से निकल कर हमको,
बाकियों ने भी हमेशा तो नहीं रहना है।।
हर किसी के लिए दिल बेकरार ना कीजिए,
मोहब्बत कीजिए मगर व्यापार ना कीजिए।
दिल की बातें हो जाती हैं अब आँखों की बोली,
खुद को छोड़ कर भी, दिल को समझाते हैं रोज़ हम।
खुद से रूठा हूँ, ज़िन्दगी से खफा हूँ,
दर्द चुपा लिया है, दिल में छुपा हूँ।
आँखों के आशिक़ ये जान लें तुमसे जुदा होना,
पर दिल के दर्द का राज तुम्हारे बिना ही बढ़ा होना।
बहुत आम से इंसान को ख़ास बना गई..
उसकी मोहब्बत मुझे लिखना सीखा गई..!!
नहीं था हमें अल्फाजों को सजाने का हुनर,
आप जिंदगी में जो आए तो शायर बन गए हम….
चाहने की हद कब से होने लगी…
अरे हद से गुज़ारना ही तो मोहब्बत है…!!
बात ऐसी है नहीं वो बात ही करता नहीं,
जब हमें होती जरूरत बस तभी करता नहीं।
बहुत कमियां निकालती है वो मुझमें ,
उसे खुदा चाहिए था और मैं ठहरा इंसान ..!!
छुड़ाकर हाथ मोहब्बत ने एक नसीहत दी ,,
गरीब बाप के बेटे मैं तेरे बस की बात नहीं !!
दिल टूटा है, आंसू बहते हैं,
ख्वाबों के पल मिलते नहीं हैं।
रास्तों में है सुनसान ये ज़िन्दगी की धड़कन,
कुछ तो ख्वाबों की तरह तबाही की ओर जा रही है।