Premi Premika Ki Shayari | बेहतरीन प्रेमी प्रेमिका शायरी | Premika ke Liye Shayari in Hindi | रोमांटिक शायरी फॉर गर्लफ्रैंड | Love sms for Girlfriend in Hindi | रोमांटिक मैसेज इन हिंदी.
Premi Premika Ki Shayari in Hindi
कभी खामोशी से सुनो तो सुन पाओगे हमें भी,
मेरी चुप में भी तुम्हारें लिए बहुत चाहत है….!!
कोई ताल्लुक है गहरा जो ख़त्म ही नहीं होता,
हमने देखा है कई बार उनसे किनारा करके।
वो दिल ही क्या जिसका कोई लुटेरा न हो …
वो यादें ही क्या जिसमें किसी का बसेरा न हो ..
थोड़ी फिकर…थोड़ी कदर…कभी कभी खैर ख़बर,
इन छोटी छोटी बातों का होता है बड़ा असर…!!
तुम्हारी पैरो की खाक उठाकर
सुरमा लगाऊंगा तो मानोगी मोहब्बत है!! ❤️
ये तकाजे है मेरी आंखों की मस्ती के
खोलू तो दीदार तुम्हारा बंद करू तो तस्वीर तुम्हारी.
ख़ुश तब भी था , जब तुम मेरे थे
ख़ुश अभी हूं जब तुम किसी और के हो …!!
मेरी पलकों की नमी इस बात की गवाह है की,
मुझे आज भी तुमसे मोहब्बत बेपनाह है !
तुम्हें जाना हो तो ऐसे जाना…
जैसे गहरी नींद में शरीर से प्राण जाता है.
मैंने परखा है अपनी बदकिस्मती को…….!!
मैं जिसे अपना कह दूं फिर वो मेरा नहीं रहता…..!!
आँखों के सामने तुम नही हो तो क्या हुआ……!
पलकों को मिलाते ही तुम ही तुम हो….!!
शामिल हो तुम मेरी जिंदगानी में कभी,
होंठो की हंसी में कभी आँखों के पानी में !
क्या याद कर के रोऊँ कि कैसा शबाब था..
कुछ भी न था, हवा थी, कहानी थी, ख़्वाब था..!!
मेरी कलम बस अधूरा लिखती है..
क्योंकि शायरी को तो तेरी मुस्कराहट ही पूरा करती है।
तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी
अब तुम देखो मेरा सबर और मेरी ख़ामोशी….!!
उसने दोस्ती चाही मुझे प्यार हो गया…..
मै अपने ही कत्ल का गुनहगार हो गया…..💔
तुम ‘ना’ से कुछ आगे बढ़ती,.. मैं ‘हाँ’ से कुछ पीछे आता;
तो मुमकिन था हम दोनों “ काश ” पे मिल जातें…
एक के पास नमक है तो दूसरे के पास मरहम हैं,
साहब तलाश दोनों को “घाव” की है …
सख्त हाथों से भी छुट जाती है कभी उंगलिया,
रिश्ते जोर से नहीं अहसासों से थामे जाते है..!!!!
वफा” की उम्मीद ना करो उन लोगों से,
जो ‘मिलते हैं किसी और से’,, होते हैं किसी और के..
खामोशियां कभी बेवजह नहीं होती..
कुछ दर्द ऐसे भी होते है जो आवाज़ छीन लेती है…!!
मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे है…
जो कहते थे हम सिर्फ तुम्हारे है…!!
हर लफ्ज़ तेरे प्यार की खुशबू में ढला है,
ये सिलसिला है इश्क का जो तुमसे मिला है!!
बड़ी शिद्दत से पिरोया है तुझको..खुद में हमने,,
देखो इन लफ़्ज़ों में ही नही,,,
मेरी हर सांस में तुम ही तुम बसते हो…!!
पता नहीं कितना प्यार हो गया है,
तुमसे नाराज होने पर भी तुम्हारी बहुत याद आती है !
न जाने किसकी बद्दुआ काम आई ..!!
आखिर वो शख्स बिछड़ ही गया मुझसे..!!
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आ कर गले लगा ले, मेरी इजाजत के बगैर !
दास्तां सुनाऊँ और मज़ाक बन जाऊँ…
बेहतर है मुस्कुराऊँ और ख़ामोश रह जाऊं..!! ❤️
दिसम्बर की सर्द सुबह और तुम्हारी इश्क़ से आनाकानी
मुझको तो चलो ठंड लगेगी, पर तुम को पाप लगेगा …!!
तुम्हारे ख़्याल से ही दिल खुश हो जाता है ,
अगर ज़िन्दगी में होते तो कुछ और बात होती …
ऐ दिल सो जा अब तेरी शायरी पढ़ने वाली,,,
किसी और शायर की गजल बन गयी है,,, !!
ये सर्दी तुम्हारे बाहों में आकर ही ख़त्म होगी,
ये तुम्हारी नई ‘शॉल’ मसले का हल नहीं..
कुछ रिश्तें किराये के मकान जैसे होते है,
कितना भी सजा लो कभी अपने नहीं होते !!
मदद एक ऐसी घटना है..करे तो लोग भूल जाते है,
और…न करें तो लोग याद रखते है..!!
जिंदगी समझ में नहीं आई तो मेले में अकेला,
और समझ आ गई तो अकेले में मेला !!
मुस्कुराना सीखना पड़ता है…
रोना तो पैदा होते ही आ जाता है…!!