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Mahadev Shayari in Hindi
दौलत छोड़ी, दुनिया छोड़ी, सारा खजाना छोड़ दिया,
महाकाल के प्यार में दिवानों ने, राज घराना छोड़ दिया।
जो नहीं है मेरे पास वो Bhoले तेरा ख्वाब है,
बस कुछ याद है आपकी वो Laजवाब है।
तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी,
उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ हैं सब की डोरी।
हवाओं में गजब का नशा छा गया,
लगता है महादेव का त्यौहार आने वाला है।
भले ही मुर्ति बनकर बैठे है, पर मेरे साथ खड़े है,
आये संकट जब भी मुझ पर, मुझ से पहले मेरे भोलेनेथ लड़े है।
अघोर हूँ मैं, अघोरी मेरा नाम,
महाकाल हैं आराध्य मेरे, और श्मशान मेरा धाम।
मौत का डर उनको लगता है, जिनके कर्मों मे दाग है ।
हम तो महाकाल के भक्त है, हमारे तो खून में ही आग है ।
जो समय की चाल हैं, अपने भक्तों की ढाल हैं,
पल में बदल दे सृष्टि को, वो महाकाल हैं..!!
मैं सुल्तान नही हूँ, जो पिट पिट कर WINNER बनु,
मैं महाकाल का भक्त हूँ, एक ही बार में स्वाहा करू।
Mahadev Shayari in Hindi
मैं चूम लू मौत को अगर मेरी एक प्रार्थना वो स्वीकारती हो,
बस मेरी चिता की राख से बाबा महाकाल भस्मा आरती हो।
ना महीनों की गिनती, ना सालों का हिसाब हैं,
मोहब्बत आज भी महाकाल से बेइंतहा बेहिसाब हैं।
जय श्री महाकाल
जिनके रोम-रोम में शिव है, वहीं विष पिया करते हैं,
जमाना उन्हें क्या जलायेंगा, जो श्रृंगार ही अंगार से करते है।
पागल सा बच्चा हूँ, पर दिल से सच्चा हूँ,
थोड़ा सा आवारा हूँ पर भोलेनाथ तेरा ही दीवाना हूँ..!!
भांग से सजी हैं सूरत तेरी, करू कैसे इसका गुणगान,
जब हो जायेगी आँखे मेरी भी लाल तभी दिखेगे महाकाल।
मौत की गोद में सो रहे हैं, धुंए में हम खो रहे है,
महाकाल की भक्ति है सबसे ऊपर
शिव शिव जपते जाग रहे है, सो रहे हैं!
राम उसका रावण भी उसका, जीवन उसका मरण भी उसका, ताण्डव है और ध्यान भी वो है, अज्ञानी का ज्ञान भी वो है ।
हैसियत मेरी छोटी है पर, मन मेरा शिवाला है ।
करम तो मैं करता जाऊँ, क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है ।
Mahadev Shayari in Hindi
महाकाल वो हस्ती है, जिससे मिलने को दुनियाँ तरसती है और हम उसी महेफिल में रोज बैठा करते है ।
मैं झुक नही सकता, मैं शौर्य का अखँड भाग हूँ,
जला दे जो अधर्म की रुह को, मैं वही महादेव का दास हूँ।
झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे,
वो काल भी क्या करेगा महाकाल के आगे।
आँधी तूफान से वो डरते है, जिनके मन में प्राण बसते है ।
वो मौत देखकर भी हँसते है, जिनके मन में महाकाल बसते है ।
फिदा हो जाऊँ तेरी किस-किस अदा पर शंभू,
अदाये लाख तेरी, और बेताब दिल एक मेरा है ।
हैसियत मेरी छोटी है पर, मन मेरा शिवाला है ।
करम तो मैं करता जाऊँ, क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है ।
जो आसमां ने पिया जाम महाकाल का ज़हरीला
उसी को पी के हुआ रंग-ए-आसमान नीला….
हम महादेव के दीवाने हैं तान के सीना चलते हैं,
ये महादेव का जंगल हैं, यहाँ शेर महाकाल के पलते हैं।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।
भागना मत मौत से एक एहसान चढ़ा देगी
जीवन के बाद म्रत्यु तुझे महादेव से मिला देगी ।।
हिन्दूगिरी के बादशाह हैं हम तलवार हमारी रानी हैं
दादागिरी तो करते ही हैं, बाकी महाकाल की मेहरबानी हैं।
सारा ब्राम्हॉंन्ड झुकता हैं जिसके शरण में,
मेरा प्रणाम हैं उन महाकाल के चरण में।
खुल चुका हैं नेत्र तीसरा, शिव शंभू त्रिकाल का,
इस कलयुग में वो ही बचेगा, जो भक्त हो महाकाल का।
ना मैं उच नीच में रहूँ ना ही जात पात में रहूँ,
महाकाल आप मेरे दिल में रहे, और मैं औक़ात में रहूँ।
गरज उठे गगन सारा, समंदर छोड़े अपना किनारा,
हिल जाये जहान सारा, जब गूंजे महाकाल का नारा।