Maa ke Liye Shayari | माँ पर दो लाइन शायरी | Mom Dad Shayari In Hindi | माँ के लिए शायरी | Mother Day Shayari in Hindi | माँ-बाप पर दो लाइन शायरी | माँ बाप की दुआ शायरी
Maa ke Liye Shayari in Hindi
नहीं समझ पा रही हूँ कैसे करू तारीफ
इनकी वो लफ्ज नहीं है मेरे पास जो एहमियत
बता सके माँ बाप की.
पल्लू के छोर में रुपये बाँध कर रखती हैं
एक छोटा सा ATM मेरी माँ भी रखती हैं.
हर हाल में मुझे अमीर बनाकर रखती थीं
हम गरीब है ये सिर्फ माँ जानती थीं !!
मां पहले आंसू आते थे तो तुम याद आती थी,
आज तुम याद आती हो और आंसू निकल आते है.
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी
माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है…
हज़ारों ग़म हो फिर भी मैं खुशी से फूल जाता हूँ
जब हँसती है मेरी माँ_में सारे ग़म भूल जाता हूँ.
फाइलिंग एक कागज़ पर लफ़्ज़ मैडम
मैंने कल शब चाहतों की सब किताब में फड़ दी
सिर्फ एक कागज पर लफ्ज मां रहने दिया..
जब भी कही चलती है आँधी गम की,
चाह है मेरी छुपा ले माँ अपने आँचल मे।
वो उजला हो के मैला हो या मँहगा हो के सस्ता हो,
ये माँ का सर है इस पे हर दुपट्टा मुस्कुराता है..
भगवान से भी बड़े माता-पिता होते है क्योकि
भगवान सुख-दुख दोनो देते है
परन्तु माता-पिता सिर्फ सुख देते है।
Maa ke Liye Shayari in Hindi
खुद को संवारने की कहा उसे फुर्सत होती है
एक माँ है जो फिर भी खूबसूरत होती हैं !!
बाप और बेटी मे एक बात कॉमन होती है
दोनों को ही अपनी गुड़िया बहुत प्यारी होती है.
ज़न्नत की आरज़ू में सब हज को चले गए,
हम थे गरीब मुहब्बत से अपनी माँ को देख लिय.
हर सुकून की अहमियत छोटी पड़ जाती है
जब माँ सुबह उठ कर चाय बनाती हैं !!
दुनिया की इश्क मोहब्बत सब धोखेबाजी है.
अपने लाइफ में तो सिर्फ मम्मी पापा का प्यार ही
काफी है.
माँ-बाप एक ऐसा मेडिकल स्टोर हैं
जहाँ दर्द की दवा मुफ्त मिलती है !!
कभी फ़ुरसत मिले तो लेट जाओ माँ_की गोद में
ये वो जन्नत है जिसमें कभी सुकून की कमी नहीं !!
सारे गुनाहों को माफ़ कर देती है
माँ बहुत गुस्से में होती हैं तो रो देती है.
मास्क जैसा भी हो मेरी माँ ने बनाया है,
गरीब जरूर हूँ साहब पर गैर जिम्मेदार नहीं..
Mother Day Shayari in Hindi
पता है मेरे मोहब्बत क्या होती है.
माँ खाना नहीं खाती जब रोटी कम पड़ जाती है.
अब तो माँ_की ममता भी
क्वारंटाइन_होने के बाद मिलती है !!
यूं ही नहीं गूंजती किलकारियां घर आँगन के कोने में
जान हथेली पर रखनी पड़ती है “माँ” को ” माँ ” होने में.
याद रखना ….☝️
माँ बाप उमर से नहीं फिकर से बूड़े होते हैं
कड़वा हैं मगर सच हैं…
मुस्कराहट भी बे-लगाम मुस्कुराती है
जब माँ को देख मैं मुझे देख माँ मुस्कुराती है !!
माँ की ममता और पिता की क्षमता का
अंदाजा लगाना भी संभव नही हैं.
बलाएँ आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती है
मेरी माँ की दुआएँ भी कितना असर दिखाती हैं.
घर आके माँ-बाप बहुत रोये अकेले में
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते ना थे मेले में..
सारे जहां में नहीं मिलत बेशुमार इतना
सुकून मिलता है माँ के प्यार में जितना…
उसका काला टीका किसी सुदर्शन से कम नहीं
माँ एक उँगली काजल से सारी बलायें टाल देती है.
आज लेखों रुपये बेकार है उस एक रुपये के
सामने जो_माँ_स्कूल जाते वक्त देती थी !!
Mother Day Shayari in Hindi
बच्चे जब भी बाहर से घर आते हैं तो सबसे
पहले_माँ_का नाम पुकारते हैं
उनके लिए घर का मतलब सिर्फ_माँ_है.
माँ बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे,
वरना सारी दुनिया जीत कर भी हार जाओगे…
मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत हैं,
मेरी माता पिता की बदौलत हैं…🥰
ख़ुदा ने यह सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख़्शी है
कि वो पागल भी हो जाए तो बच्चे याद रहते हैं.
वो दुल्हन थी तो कॉकरोच से डरती थी
अब वो_माँ_है साँप को भी मार देती है !!
मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती है
क्योंकि पापा तो सिर्फ खिलौने लाते हैं पर
शाम तो पापा को लाती है !!
खूबसूरती की इन्तहा बे-पनाह देखी
जब मैंने मुस्कुराती हुई_माँ_देखी !!
परेशान जरूर होते हैं माँ बाप अपनी हालत से
फ़िर भी बहुत ज्यादा प्यार करते हैं अपनी सन्तान से.
दवा जब असर ना करे तो नजरे उतरती है
माँ है जनाब ये कहा हार मानतीं है !!
दुनिया की बेहतरीन धुन_तब सुनाई देती है
जब काँच की चूडिय़ां पहन कर माँ_रोटियां बनाती है !!
फर्क नहीं पड़ता दुनिया मुझे क्या कहती हैं
मेरी माँ कहती हैं मेरा लाल बड़ा सुन्दर है.
पिता की बनियान मे बने झरोखे
सन्तान के उड़ान की मयस्सर खिड़कियाँ है.
खाना बना रही थी ना इसलिए गरम हूँ
ये कहकर माँ_ने अपना बुखार छुपा लिया !!
Love you mumma 🥺🥺
माँ जैसी ममता किसी रिश्ते मे नहीं होती
सचमुच माँ किसी फरिश्ते से कम नहीं होती !!
गिनती नहीं आती मेरी_माँ_को शायद
जब भी एक रोटी मांगता हूँ तो दो देती है.
तलाश रोटी के सफर में मुझसे दूर मत होना माँ
बताऊँगा भूख को के तू मेरी माँ से बढ़कर नहीं
मुझे नहीं जरूरत पक्के मकान की
मेरे लिए तो मेरी_माँ_का आँचल ही काफी है.
तरसता है दिल उस दिल्लगी को
जो तू किया करती थी मुझसे_माँ !!
बेटी की शादी देख एक बात याद आती है साहब
फूल कोई और लगाता है,महक किसी और
का घर जाता है !!
तुमने ढाया है सितम जिस पर तन्हा समझ कर..
वो शख्स अपने साथ खुदा लेकर आयेगा..!!
किसी आईने की दरकार नही मुझको..
माँ की आँखे ने मुझे हमेशा सुन्दर बताया हैं..!!
ताबीज के जैसी होती है माँ
बस गलें से लगते ही सुकून मिल जाता है…
माता-पिता जानते हैं कि वो रह तो रहे हैं बेटों के घर में.!!
मगर वैसे नहीं जैसे बेटे रहते थे उनके घर में.!!
तमीज सिखों जरा लहजा संभालो
माँ बाप से तुम हो माँ बाप तुमसे नहीं.
मुझे हर एक काम पर वो डाटा करती है
सायद मेरी माँ मुझे हर लम्हे तराशा करती है..
मैं तो अभी भी छोटा ही हूँ
मेरी Mom मुझे बड़ा होने ही नहीं देती.
इस तरह हमारी गलतियो को अब वो माफ कर देते है..
हम पर गुस्सा होने की बजाय अब वो रो देते है..
अब अकेले यूं रोया नही जाता ए जिंदगी,,
मेरे माँ बाबा की निरोग जवानी लौटा दे,
मुझे मेरा रोता हुआ बचपन लौटा दे…!!
माँ तेरी तरह कोई मेरी हर गलती माफ नहीं करता
आँसू तो सारी दुनिया देती है
पर तेरी तरह कोई साफ नहीं करता.
दुनिया सिर्फ हालचाल पूछती है
और फिक्र सिर्फ माँ बाप करते हैं.
कभी चुपके से उनके कमरे की तलाशी लूँगा पता तो चले
तकलीफों को छुपा कर माँ बाप रखते कहाँ है.
निकाह के वक़्त पूछा गया उसकी खुशी का ,
वो कहने लगी , अम्मी बहुत खुश हैं मेरी
जरूरत पड़ने पर औरत अपने माँ बाप
का बेटा बन जाती हैं, और अपनी औलाद के लिए
बाप बन जाती हैं…!!!
क़िस्सा-ए-आदम में एक और ही वहदत* पैदा कर ली है ;
मैंने अपने अंदर एक औरत पैदा कर ली है …
उससे कह दो कि वो जरूरी है,
यूं दामन छुड़ाकर ना जाये …
औलाद के बिना बूढे माँ बाप की दुनिया अधूरी है..!!
वो तो बस दुनिया के रिवाजों की बात है
वर्ना संसार में
माँ के अलावा सच्चा प्यार कोई नहीं देता !!