
Love Shayari Lyrics in Hindi | Ghazal in Hindi Lyrics 2022
Love Shayari Lyrics in Hindi | दर्द भरी ग़ज़ल लिरिक्स | Ghazal in Hindi lyrics 2021 | प्यार भरी शायरी हिंदी लिरिक्स | Shayari lyrics in Hindi Love | गजल शायरी लिरिक्स | Sad Shayari Lyrics in Hindi.
Love Shayari Lyrics in Hindi
हर वक्त अब इश्क को आजमाया जाए
कुछ ऐसा कर के चांद को बुलाया जाए
जिंदगी भर साथ निभाने का ये एक वादा है,
क्यों ना करवा चौथ कहकर इसे मनाया जाए
तुम्हारी मांग में सिंदूर मेरे नाम का अब ये,
आखों के काजल को आज ना छिपाया जाए
सुहागिन तुम बिन कैसे रहे अब ये राधा,
ये जरूरी है,के कान्हा तुम्हे बुलाया जाए
सात जन्मों का रिश्ता इसे कहते है लोग,
क्यों ना शिद्दत से इसे हर जन्म में निभाया जाए
लोग कहते है छोड़ देते है, सारे साथ अपने,
क्यों ना इन लोगो को सच्चा इश्क भी दिखाया जाए.!
हर वक्त तुम्हे देखती हूं,तब भी दिल नही भरता,
जरूरी है,अब मेरे चांद को सामने लाया जाए,
एक कदम तुम्हारा एक फैसला मेरा है ये,
अब जो कुछ भी हो,साथ सब सुलझाया जाए
चलो जान चांद को फिर बुलाया जाए
चलो जान चांद को फिर बुलाया जाए
-सत्यम तिवारी❤️
Love Shayari Lyrics in Hindi
हमसे भागा न करो दूर, गज़ालों की तरह
हमने चाहा है तुम्हें, चाहने वालों की तरह
ख़ुद-बख़ुद नींद सी आंखों में घुली जाती है
महकी महकी है शबे-ग़म, तेरे बालों की तरह
और क्या इस से ज़्यादा कोई नरमी बरतूँ
दिल के ज़ख़्मों को छुआ है, तेरे गालों की तरह
हमसे मायूस न हो अय शबे-दौरां कि अभी
दिल में कुछ दर्द चमकते हैं, उजालों की तरह
मुझसे नज़रें तो मिलाओ कि हज़ारों चेहरे
मेरी आँखों में सुलगते हैं, सवालों की तरह
जुस्तुजू ने किसी मंज़िल पे ठहरने न दिया
हम भटकते रहे, आवारा ख़यालों की तरह
ज़िन्दगी जिस को तेरा प्यार मिला वो जाने
हम तो नाकाम रहे, चाहने वालों की तरह.
🙈 पागल प्रेमिका पाखी🙈
Love Shayari Lyrics in Hindi
पता नहीं मेरा हक है या नहीं लेकिन तुम पर
अपना हक जताना अच्छा लगता है
पता नहीं तुम मुझे सबसे अजीज समझते हो या नहीं
लेकिन तुम्हें अजीज मानना अच्छा लगता है
पता नहीं तुम्हारे एहसासों में मेरा जिक्र होता है या नहीं
लेकिन मेरे हर एहसास में तुमको महसूस करना अच्छा लगता है
पता नहीं मुझे हक है या नहीं लेकिन खुद से भी ज्यादा
तुम्हारी फिक्र करनी अच्छी लगती हैं
पता नहीं तुम्हारी खुशियों की वज़ह हम है या नहीं लेकिन
तुम्हारे साथ से अपनी जिंदगी महकाना अच्छा लगता है
पता नहीं तुम्हे हमारी बैचेनी का एहसास होता है
या नहीं लेकिन अपने सुकून की वजह तुमको
बनाना अच्छा लगता है,
पता नहीं तुम्हारे दिल के एहसास लेकिन अपने दिल के
एहसासों को जाहिर करना अच्छा लगता है !!
(पाखी की कलम से )
Shayari lyrics in Hindi
रात की बात तारों से होती रही,
चाँद खामोश रहा जमीं सोती रही।…….
हम भी मदहोश थे तेरे आघोष में,
दिल धड़कता रहा सांस चलती रही।
रात की बात तारों से होती रही.. ..
ये गुलाबी होठ तेरे मेरी मीठी चुम्बनें,
आँखों ही आँखों मे आशिकी होती रही।
रात की बात तारों से होती रही…….
ये धवल सी चांदनी और तेरा चांदी जैसा तन,
गुलमोहर की डालियाँ भी छूने को झुकती रही।
रात की बात तारों से होती रही……
ये मंजर किसी से तुम कहना नहीं,
मुलाकात अपनी कैसी रही।
रात की बात तारों से होती रही,
चाँद खामोश रहा जमीं सोती रही।
रात की बात तारों से होती रही ……
🙈 पागल प्रेमिका पाखी🙈
Shayari Lyrics in Hindi
मैं तो हर रोज़ नए चेहरे लगा लेती हूँ,
दिल पर पाबंदिया और पहरे लगा लेती हूँ ।
एक चेहरा है जो झूमता है गाता है,
ज़िन्दगी में हर कदम पर कहकहे लगाता है ।
एक चेहरा हरदम उदास रहा करता है,
ज़िन्दगी का हर ग़म चुपचाप सहा करता है।
एक चेहरा सिर्फ ख्वाब देखा करता है,
काँटे नहीं सिर्फ गुलशन देखा करता है ।
एक चेहरा हक़ीक़त की ख़बर रखता है,
गुलों के साथ काँटो पर नज़र रखता है ।
एक चेहरा जिसे तहजीबों ने पाला है,
उसके इर्द गिर्द मिसालों का जाला है ।
उसूलों और ईमान की बातें किया करता है,
हर वक़्त इल्म की बातें किया करता है ।
जिहाद पनपता है एक चेहरे में,
एक आग सुलगती है कहीं गहरे में ।
जो सारी रवायतों को तोड़ना चाहती है,
हवाओं का रुख मोड़ना चाहती है ।
गर इनमे से कोई चेहरा तुम्हें भाया है,
तो वो मै नहीं सिर्फ मेरा साया है ।
‘अंजुम’ तो हर रोज़ नए चेहरे लगा लेती है,
दिल पर पाबंदियां और पहरे लगा लेती है ।
– नाहीरा शम्स अंजुम
Shayari Lyrics in Hindi 2021
ये सुबह की खिलखिलाती धूप,
मीठी-मीठी सर्द हवा |
ये मौसम का प्यारा रूप,
जो बार-बार कुछ कहने की कोशिश में है |
शायद आज अपना दिल भी इसकी बंदिश में है ||
जाने क्यों दिल आज हैरान सा है,
जाने किस बात के लिए परेशान सा है |
थोड़ा उठता है,सोता है फिर उठ जाता है |
जिसे भूला था कल उसी को याद करता है ||
याद का क्या, जिसे जब याद आती है ,
नींद तो नींद है ,चैन को भी मार जाती है |
जिसे औरों से मोहब्बत है,उसे क्या फर्क पड़ना है ,
यहां तो खुद की तड़पन है और खुद का मरना है |
तो न डर के हार जाना है,न डर के भाग जाना है ,
इसी मौसम की संगति से, खुद ही में संभलना है|
स्वयं में हंसते रहना है , स्वयं में बढ़ते रहना है |
इसी मौसम के साए से लिपटकर प्यार करना है ,
इसी के संग जीत जाना है ,संग ही हार जाना है |
न किसी को याद करना है ,न ही याद आना है |
जीते जाना है ,हां बस जीते जाना है |
✍✍अंजानी मिश्रा✍✍
Shayari lyrics in Hindi
सरबसर जख्म की मिसाल हूं मैं
लोग कहते है, बड़ा कमाल हूं मैं
अभी दर्द छुपाना सीख रहे हो तुम,
दर्द छुपाने में ,यार बेमिसाल हूं मैं
छोड़कर जाना, और वापस आना,
मैं यही और अभी फिलहाल हूं मैं
जबसे उसने एक नजर देखा तिवारी,
तबसे भूखा प्यासा बड़ा बेहाल हूं मैं,
यार उसके आने की कोई खबर तो दो,
इक इंतजार में गुजरे वो कई साल हूं मैं
उससे कहना रंग मोहब्बत के लगाए है तुमने,
फिर उससे कहना रंगो में गुलाल हूं मैं
वक्त गुजारा लड़का शायर हो गया अब तो,
कुछ अगर बदली है, तो वो मिसाल हूं मैं
सत्यम तिवारी♥️✍️
Shayari lyrics in Hindi
खुशनसीब होतें हैं वो
खुदा जिन्हें खुबसूरत बनाता है
सवारता है फुरसत भरे लम्हों में
किसी के प्यार की मूरत बनाता है
वो तुम हो.!
सूरज सी लाली दमकती है
जिसकी झील सी आँखों तले
सुर्ख होंठो की मुस्कान ऐसी
देख जिसे गुलाब भी जले
जिसके नाजुक पाँव पड़े जिस पथ
वो अपने पर इतराता है
वो तुम हो..!!
कोरे कंगना कवारे सवारे कलाई
जिसकी रूह की महक से
ये वादियाँ गुनगुनाई
घनेरी ज़ुल्फों की लहर
जैसे गंगा की आरती
मदहोश फ़िज़ाए भी
जिसके रूप को सवांरती
वो तुम हो…!!!
सच में,
खुशनसीब हूँ मै
जिसके दिल में तुम ही तुम हो….!! “
✍युवा कलमकार चंद्रवीर✍