Love Poetry in Hindi | लेटेस्ट प्यार भरी कविताएं | Best Love Poem in Hindi | प्रेम पर कविता | Hindi Poems on Love | प्यार भरी हिन्दी कविता | Loves Poem in Hindi | Pyar par Kavita.
Love Poetry in Hindi 2023
गले से लिपटकर….
गले से लिपटकर न जावो सनम
खून के आँसू हमकों न रुलावो सनम
गले से लिपटकर……।
दर्द दिल का हमारे अब बढ़ने लगा है
दर्द से दिल मेरा तड़पने लगा है
गम को छुपाकर न मुस्करावो सनम
गले से लिपटकर……।
न करो हम से आज फिर वादा झूठा
अब तलक तेरा है हर वादा टूटा
अश्क आँखो के आँखो में न छुपावो सनम
गले से लिपटकर……।
माना कि दिल मे तेरे प्यार भरपूर है
ऐ राज माना कि हालात से तू मजबूर हैं
जुदाई में कैसे जीते हैं मुझे भी सिखावो सनम
गले से लिपटकर न जावो सनम।।
Best Hindi Poems On Love
मेरे दिल का…
मेरे दिल का कोयी ठिकाना ही नही है
करता हूँ इंतजार उनका जिनको आना ही नही है
मेरे दिल का…….।
रूठ जाता हूँ सोचकर शायद वो तरस खायेगा
हो न हो एक रोज प्यार वो जतायेगा
खबर है मुझे की उसे मुझे मनाना ही नही है.
मेरे दिल का कोई…….।
कुछ अजीब सा अब दीवानगी का आलम है
जो दर्द देता है वही अब देता मरहम है
ऐ राज क्या तुझे प्यार जताने आता ही नही है.
करता हूँ इंतजार……।
कभी मेरे दिल की सुनो तुम कभी अपनी सुना दो
बस एक बार अपना कह के तुम आवाज तो लगा दो
कहेंगे लोग क्या मुझे किसी को समझाना ही नही है.
करता हूँ इंतजार उनका……….।।
Latest Hindi Poems On Love
भीड़ कैसी……
भीड़ कैसी भी हो न खोउंगा मैं
तेरा ही तो हूँ तेरा ही होऊँगा मैं.
भीड़ कैसी…….।
फूल से भी नाज़ुक है मुश्कान तेरी
खुदा की कशम तू ही है जान मेरी
बनाकर के अपना तुम्हे सपने सजोउंगा मै,
भीड़ कैसी भी…….।
तेरे होंठो से जो निकले हर बात ग़ज़ल बन जाती है
चाँद भी फिका लगता है जब जब तू शर्माती है
जो कभी रूठ जाएगी तू तो मनाऊंगा मै
भीड़ कैसी भी……….,।
बड़े रंजोगम थे जिंदगी में हमारे
मगर सदा के लिए हम हो गए है तुम्हारे
लड़ जाऊँगा दुनिया से ऐ राज तुझे अपना बनाऊंगा मैं
भीड़ कैसी भी न ……।।
Best Hindi Poems On Love
वो है रात….
वो है रात के मुसाफिर सपनों को बेचते हैं
गैरो को मोल लेते है अपनों को बेचते हैं।
वो है रात……l
छीनकर मेरी जिंदगी का चैनों सुकून
कर के मेरे दिल का कई बार खून
जाने आजकल वो क्या सोचते है
वो है रात……l
वो मेरी मोहब्बत से अनजान तो नही
मैं उनका घर था कोई टूटा मकान तो नही
देखकर मेरी तरफ अब वो नजरे फेरते है
वो रात के…….l
वीरान सी है खुशियां ऐ राज तेरे इस घर की
क्यू ठोकरे खिलाता है मुझे दर बदर की
बस इतना बता तू क्या अपनों से ऐसे रूठते है.
वो है रात. ……l
Hindi Poem For Girlfriend
तू मुझे छोड़….
तू मुझे छोड़ दे मैं तुझे छोड़ दूँगा
मगर दिल का रिश्ता कैसे तोड़ दूँगा
तू मुझे छोड़…….।
कभी तुझसे मुझसे पूछेगा ये जमाना
करेगा क्या बता मुझको भी उनसे बहाना
भला कैसे मै तुझसे मुँह मोड़ लूँगा
तू मुझे छोड़……।
आएगी जब जब मेरी याद तुझको
सम्हालेगा ऐ राज कैसे बता दे तू खुद को
खूब कहता फिरता था बिन उसके जी लूँगा
तू मुझे छोड़ देगा……।
आ अब से लौट आ की अब भी तेरा इंतजार है
पता सबको है ऐ राज कि तू मेरा ही प्यार है
पाकर के तुमको मैं फिर से वही प्यार दूँगा
तू मुझे छोड़ देगा……. ।।
Best Hindi Poems For Love
तू प्यार से……
तू प्यार से भी ज्यादा मुझकों प्यारा हो गया
तू था किसी और का अब हमारा हो गया
तू प्यार से……।
तुझे बाहों में भरकर के मैंने देखा है सनम
मेरी जिंदगी का अब तो गुजारा हो गया
तू प्यार से…….।
आरजुये दिल की जैसे सिमट सी गयी है
जिंदगी ने भी जैसे जीने का इशारा कर दिया
तू था किसी और का…..।
तेरी बाहों का हार जब भी मेरे गले मे होता है
लगता है जैसे राज तू ही मेरा सहारा हो गया
तू प्यार से भी ज्यादा…..।
Best Hindi Poems On Love
मैं तेरा हूँ……
मैं तेरा हूँ तू रखना मुझको सम्हाल कर
तेरा ही नाम लिख्खा है दिल की रुमाल पर
मैं तेरा हूँ…….।
जिस दिल को मैंने अब तक सम्हाला बहुत था
अंधेरो में किसी को पुकारा बहुत था
वही अब मिला है खुश हूँ मैं अब अपने हाल पर
मैं तेरा हूँ तू……।
हमेशा तेरी बाहों का मुझको सहारा मिले
मझधार भी हो अगर तो साथ रहना फिर किनारा मिले
कभी खो न दू जान निकल जाती है इस ख़याल पर
मैं तेरा हूँ तू……..।
साँसे चलती रहे बस तुम हर पल मेरे साथ रहना
डरना न जमाने से कभी अलविदा मुझको न कहना
मैं कौन हूँ तेरा ऐ राज तू हँसता है मेरे सवाल पर
मैं तेरा हूँ तू…….।
Love Poetry in Hindi
कोई नही है इस…..
कोई नही है इस दुनिया मे कोई नही है जमाने मे
फायदा क्या किसी को अपना बताने में
कोई नही है इस दुनिया…… ।
क्या फायदा है किसी को अपना वताने में
दिल की जो समझे कोई नही मिला जमाने मे
दर्द दिया उसने बहुत है डर लगता है जख्म दिखाने में
कोई नही है इस……..।
उसे अपना बताकर के सबकों सफाई दी थी
वो मेरी मोहब्बत है इस बात की भी दुहाई दी थी
न जाने क्यू डर गया वो मुझे अपना बताने में
कोई नही है दुनिया….. ।
तू जालिम है सितमगर है तू है इश्क़ का ईशारा
तेरे जुल्म से लड़ रहा है ये राज बेचारा
वक़्त गुजरा है मेरा सारा तूझे समझाने में
कोई नही है इस दुनिया……..।
Pyar par Kavita
ऐ सख्श तेरा साथ मुझे हर शक्ल में मंजूर है ..
यादें हो कि खुशबू हो ,यकीं हो की गुमान हो !!
देखा है मेरी नजर ने इस पूरी दुनियां को
पर कोई ना इसमें समां पाया ..
जानती हूँ मैं तुमको रब ने मेरे ही लिए ..
ज़मीन पे है उतारा ..
प्यार के पन्नो से भरी किताब हो तुम ..
रिश्तों के फूलों में गुलाब हो तुम ..
कुछ लोग कहते है कि प्यार सच्चा नहीं होता ..
उन लोगों के हर सवाल का जवाब हो तुम ..
तुम्हारा इस मासूमियत से पूछना की याद करते हो क्या मुझे ?
कैसे बताएं भूले ही ना हम तुम्हें तो याद कहाँ से आये ..
इश्क़ के शहर में बहुत सी छत थी …
पर उनकी पतंग सिर्फ मेरी छत पे गिरी ..
उसकी मोहब्बत मेरा गुमान है ..
उसकी चाहत मेरा ईमान है ..
डरती नहीं हूं मैं किसी से ..
मेरे हाथ में जो उसका हाथ है ..
सुनो…
यूँ सामने आके ना बैठा करो ..
दिल की बाते अक्सर जुबां पे आने से डर लगता ..
मिलो कभी मेरे शहर में ..
बैठ के दिल का हाल कहेंगे ..
कुछ तुम कहना कुछ हम कहेंगे ..