Love Poetry for him in Hindi | बेहतरीन प्रेम कविताएं हिंदी में | Love Poem in Hindi for Girlfriend | प्रेमी के लिए कविता | गर्लफ्रेंड के लिए हिंदी प्रेम कविता | Sweet Love Poem in Hindi.

Love Poetry for him in Hindi

बार बार मुलाकाते हमारी नही होती,
पर इससे मुहोब्बत हमारी कम नही होती,

कभी कभी बाते तक ठीक से नही होती,
पर इससे हमारे बीच दूरियां नही आती,

लम्बा हैं फासला , घरोंकी छत एक दूजे से नही मिलती,
पर इससे दो दिलोंकी कहानी रुक नही जाती,
अलग अलग हैं शहर, किस्मत कभी किसीका नही सुनती,

पर इससे हमारी चाहत कम नही होती,
छोटे मोटे झगड़े होते हैं ग़ुस्से में कभी कभी बात भी बिगड़ जाती,
पर एक दूजे से दूरी हमें रास नही आती,

कहते हैं मुहोब्बत हर किसी को मुक्कमल नही होती,
मुक्कमल हो या ना हो, मेरे महबूब तुम्हारे अलावा मेरी मुहोब्बत
किसीके हक़ में ना होगी।

❤️ वृन्दा ❤️

 

Love Poetry for him in Hindi

वो कहता हैं…

वो कहता हैं तुम्हारी मुस्कान मासूम हैं,
उसे कोई बतादो मेरे मुस्कान कि वजह जो वो हैं।

वो कहता हैं, तुम कमाल की हो
उसे कोई बतादो, मुहोब्बत कमाल हैं मैं
या वो नही ।

वो कहता हैं, तुम खाना बहुत लजीज बनाती हो
उसे कोई बतादो बनाती भी तो किसी अजीज के लिए ही हूँ।

वो कहता हैं, तुम समझदार हो
उसे कोई बतादो कोई समझदार भी कभी इश्क़ करता हैं?

वो कहता हैं, तुम बेहद खूबसूरत हो
उसे कोई बतादो, खूबसूरत मैं नही कुसूर उसके नजर का हैं।

वो कहता हैं , तुम कहा गुम रहती हो
उसे कोई बतादो उसीके दिल मे रेहती हूँ।

❤️वृन्दा❤️

Love Poetry for him in Hindi

मुहोब्बत क्या हैं…

मुहोब्बत क्या हैं, कैसी हैं?
तो सुनिए जनाब,

मुहोब्बत बहुत रंगीन होती हैं।
बेरंग इंसान भी बहुत रंगीन होजाता हैं

इसमे दर्द देनेवाला ही राहत का काम करता हैं
बैचैनी जिसके लिए होती हैं, चैन भी वही लाता हैं,

तड़प जिसके लिए होती हैं, करार भी उसीसे आता हैं,
जहा जाना दिमाग को मंजूर नही होता,
वही राह दिल के अजीज होती हैं
हा जनाब , जो नसीब में नही होता वही दिल
के जर्रे जर्रे में होता हैं।

❤️वृन्दा❤️

 

Love Poetry in Hindi 2022

मेरी भी होगी….

बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी

खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगी
यकीन है हमें
तू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथ
बीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी

वो रातों की कुछ शरारतें
जिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थी
बेशक तुझे भी याद होगा
कि किस कदर तेरी मुहब्बत में अक्सर आंखें भीग जाया करती थी
बुरा नहीं है तू
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी

रात के आहोश में उस पल तू भी अकेले भीगा होगा
जिस पल तुझे मेरी ज़रूरत सबसे ज़्यादा होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी

💞💞

 

Love Poetry in Hindi

वो हमसे कुछ इस तरह रूबरू होगया,
ना होंठोने हरकत की,
ना ऑंखोंने कोई ईशारा किया,
फिर भी न जाने कैसे बस दो पल में वो बहुत कुछ कर गया।

वो हमसे कुछ इस तरह रूबरू होगया,
ना हाथोंने कोई हलचल की
ना वक्त ने कोई जल्दबाजी की,
फिर भी ना जाने कैसे दो पलोमें वो इतनी यादें दे गया।

❤️वृन्दा❤️

 

Romantic Poetry in Hindi

दोस्ती है, इश्क़ है….

दोस्ती है, इश्क़ है या कुछ और पता नही?🥺

पर जो तुमसे है वो किसी और से नहीं..!!😊
जबसे तुमसे मिला हू खोया सा रहता हूं,
सपनो में शायद एक अलग दुनिया मे ही..!!😍

एक तुम ही तो हो जिसे देख कर,
हम दिल से मुस्कुरा जाते है..!!
वरना औरो के साथ  रह कर,
हमे बस गम याद आते है.!!!😞
एक तुम ही तो जिसे हम,
बेझिझक दिल की बात कर पाते है.!!😉

वरना औरो के साथ बैठ कर भी,
दिल को अनसुना कर,💕
दिमाग ही चलाते है..!!
एक तुम ही तो जिसके साथ,
रह कर हम खुद के करीब आजाते है..!!
वरना औरो के साथ तो खुद से दूर
हम कुछ और ही हो जाते है..!!💞💞

मैं तुम्हारी सपनो की दुनिया का,
एक हिस्सा बनना चाहता हू..!!
तुम्हारी ज़िन्दगी की कहानी का,
एक किस्सा बनना चाहता हु..!!😌
तुम मेरी बन जाओ,
मैं तुम्हारा बनना चाहता हूं..!!🙊🙈😘

 

Romantic Poetry in Hindi

मेरी चाँदनी…..

तुम्हें लगता है कि तुमको मोहब्बत कर के एक
पल में भुला दिया है चाँद,
भुला नहीं हूँ मैं तुमको, बस तुमको अपने आप में
बसा लिया है मेरे चाँद।
आ जाओ मेरे प्यार, मेरी कविता, मेरी चाँदनी

तुम्हें लगता है कि मैं तुमसे सच्चा प्यार
नहीं करता हूँ मेरे चाँद,
तुमसे प्यार उतना ही है बस प्यार का तरीका
बदल लिया है चाँद।
आ जाओ मेरे दिल, मेरी शायरी, मेरी चाँदनी।

मेरे सच्चे प्यार पर जो आज तुम्हारा दिल
शक कर रहा है चाँद,
जरा सोचो और जान लो इस मोहब्बत का
बदलना अच्छे से चाँद।
आ जाओ मेरे इश्क़, मेरी गजल,
मेरी चाँदनी।

मेरी मोहब्बत और मेरे बदल जाने का कारण
सिर्फ तुम ही हो चाँद,
हो यदि तुम्हारी मोहब्बत आज भी पक्की,
तो जब दिल करे लौट आना चाँद।
आ जाओ मेरे सनम, मेरी महबूब,
मेरी चाँदनी।

मिलेगी वहीं खड़ी तुम्हारी मोहब्बत और
सिर्फ तुम्हारी मोहब्बत चाँद,
आज भी उतनी ही मोहब्बत है तुमसे मुझे
सुन मेरी चाँद ओ चाँद।
आ जाओ मेरे जीवन, मेरी खुशी,
मेरी चाँदनी।

 

Romantic Poetry in Hindi

क्यों ना हम….

क्यों ना हम फिरसे अजनबी बन जाये,
कुछ नए अंदाज में जान पहचान बनाए।

तुम फिर किसी दिन मुझसे मेरा साथ मांग लो और,
मैं बेझिझक अपना हाथ तुम्हें सौंप दु।

क्यों ना फिरसे रिश्तोंमे नए रंग भरे जाए,
तुम वही , हम वही, रिश्ता थोडा दिलचस्प बनाया जाए।

तुम फिर कीसी दिन मेरे लिए कोई कविता कर दो,
और मैं शर्म की चादर ओढ़े तुमसे लिपट जाऊ।

😍वृन्दा😍