अगर आप पढ़ना चाहते हैं शानदार First Love Proposal Shayari तो यह बेस्ट लव शायरी कलेक्शन खास आपके लिए – First Love Proposal Shayari | लव प्रपोज शायरी | First Love Propose Shayari in Hindi | दोस्ती प्रपोज शायरी

First Love Proposal Shayari

मेरे जाने का तू अब कोई ग़म न करना,
अपनी खूबसूरत आँखों को नम न करना
मेरे अरमान तो मेरे दिल में ही जल गये,
मेरी यादों को दिल से कम न करना।

 

जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!

 

आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,
न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,
यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,
उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है।

 

हर धड़कन में एक राज़ होता है;
बात को बताने का एक अंदाज़ होता है;
जब तक ठोकर न लगे बेवाफ़ाई की;
हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है।

 

दिल तोड़ देना हमारी आदत नहीं,
दिल हम किसी का दुखाते नहीं,
विश्वास रखना मेरी वफा पे ,
दिल में बसाकर हम किसी को भुलाते नहीं.

 

First Love Proposal Shayari

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता।

 

तुझसे दूरी का एहसास सताने लगा,
तेरे साथ गुज़रा हर पल याद आने लगा,
जब भी कोशिश की तुझे भूलने की,
तू और ज्यादा दिल के करीब आने लगा।

 

कुछ उलझे सवालो से डरता हे दिल
जाने क्यों तन्हाई में बिखरता हे दिल,
किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही,
बस कुछ अपनों को खोने से डरता हे ये दिल..

 

महफ़िल में हँसना हमारा मिजाज बन गया
तन्हाई में रोना एक राज बन गया,
दिल के दर्द को चेहरे से जाहिर न होने दिया,,
बस यही जिंदगी जीने का अंदाज बन गया।

 

काश वो पल संग बिताए न होते,
जिनको याद कर के ये आँसू आये ना होते,
खुदा को अगर इस तरह दूर ले जाना ही था,
तो इतनी गहराई से दिल मिलाए ना होते l

 

First Love Proposal Shayari

आपकी आहट दिल को बेकरार करती है,
नज़र तलाश आपको बार-बार करती है!
गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे,
हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है।

 

मुझे खामोश राहों में तेरा साथ चाहिए ,
तनहा है मेरा हाथ तेरा हाथ चाहिए …
जुनून ए इश्क़ को तेरी ही सौगात चाहिए ,
मुझे जीने के लिए तेरा ही साथ चाहिए … ।।

 

यह आँसू भी एक अलग परेशानी है,
ख़ुशी और गम दोनो की निशानी है,
समझने वाले के लिए तो अनमोल है,
और जो ना समझ पाए उनके लिए तो सिर्फ़ पानी है।

 

वह देता जा रहा है न जाने किस बात की सजा…
अब तो मुझसे वो बात भी नही करता…
जब से मिलने लगा है गैरो से वो ऐ परिन्दे…
कई बार मुझसे कह गया मुझसे प्यार नही करता…

 

मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नही सकता…
अब इससे ज्यादा मैं तेरा हो नही सकता…
दहलीज पे रख दी है हमने अपनी आँखे…
रौशन कभी दिया भी तो इतना हो नही सकता…

 

First Love Proposal Shayari

चाहा है मैंने जबसे उस चाँद को,
अब तो सितारों में भी मन नहीं लगता !
तू ना शामिल हो जिसमें मेरे महबूब,
हज़ारों महफ़िलों में भी दिल हमारा नहीं लगता !

 

मेरे दिल  की बात सुन लो जरा ,
साथी अपनी राहों का हमे चून लो जरा …
प्यार करेंगे तुम्हे हर कदम के साथ ,
यकीन नहीं तो तुम आजमा लो जरा … ।।

 

बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से.

 

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका,
तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है।

 

किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या,
ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं. sorry babu.

 

First Love Proposal Shayari

दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने..!

 

तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे!!
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे!!

 

किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम,
बहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हम,
किसी ने यकीन तोड़ा तो किसी ने दिल,
और लोगों को लगता है कि बदल गए हम।

 

ये कैसा अजब सा प्यार है,
जिसमें ना मिलने की आस ना कोई तकरार है,
दूरियाँ इतनी की सही न जाएँ,
फिर भी निभाने की चाह बरक़रार है।

 

आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।

 

हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ,
हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ,
सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें,
खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ।

 

वक्त नूरको बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूरकर देता है,
कौन चाहता है अपने से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूरकर देता है!