भारतीय लोग अपने देश के इतिहास और संस्कृति से बहुत प्यार करते हैं। वे अपने देश के लोगों के लिए भी बहुत गर्व महसूस करते हैं। भारत में देशभक्ति को अक्सर राष्ट्रीय प्रतीकों, जैसे कि तिरंगा, राष्ट्रीय गान, और स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय अवसरों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है।

इसलिए इस लेख में हमने जोश व जुनून से भरी देश भक्ति शायरी (Desh Bhakti Shayari in Hindi) का बेहद ही प्यारा व खुबसूरत संग्रह लेकर आये है आप इस देशभक्ति शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर कर देश के प्रति अपनी भावना व प्यार जाहिर कर सकते है।

Desh Bhakti Shayari in Hindi

 

लहराता है तिरंगा ऊँचा आसमान में,
हम देशभक्ति के जोश से दिल सजाते हैं।

 

दिल में बसा है वो तिरंगा, मेरी जान है भारत,
जब तक हूँ जिंदा, हर कदम पर करूँगा उसका समर्पण।

 

जोश से भरकर आया वो दिन,
देश के लिए लड़ने का समय आया है।

 

क़ुरबान हो जाऊं मैं अपने देश के नाम पर,
जब तक जिंदा हूँ, यह सोचता हूँ हर दिन रात और सवेरे।

 

वतन के लिए हम तैयार हैं सदैव,
उसकी रक्षा में, जीत का नारा लगाते हैं हम।

 

उठो, जागो, और अपने देश के लिए कुछ करो,
यह वक़्त है दिखाने का अपना प्यार और बलिदान करो।

 

देशभक्ति की आग में जलने का जज्बा है,
वो दिल से जोड़े हुए हैं हम अपने देश से।

 

भारत मेरा देश है, गर्व से कहता हूँ,
उसकी सुरक्षा और समृद्धि के लिए हमेशा तैयार हूँ।

 

सरहदों पर जवानों की संघर्ष आत्मा को छू लेता है,
उनका बलिदान हमें हर दिन गर्व से जीने का हौसला देता है।

 

वतन के लिए जान देने का है यह आरज़ू,
कभी न जाएगी वो त्यागी आँखों से आँसू।

 

ना हो जब तक़दीर में कुछ अच्छा या बुरा,
हम देश की सेवा में हर दिन काम करते हैं हौसला बनाकर।

 

आजादी को हम अपनी कभी मिटा सकते नहीं,
कटा दें सर मगर सामने किसी के झुका सकते नहीं।।।

 

देश के लिए त्याग देना ही हमारा लक्ष्य है,
वीरता और साहस से भरपूर इस जीवन का उद्देश्य है।

 

वो देश के लिए लड़ते हैं बिना दर्द के,
उनके बलिदान के साथ आजादी का इतिहास बना है।

 

जब भी देश की आवश्यकता होती है,
जोशीले देशभक्त हमेशा तैयार होते हैं देने के लिए सब कुछ।

 

वतन की आजादी के लिए वो लड़े थे,
हमारे वीर शहीदों को सलाम है उनके नाम पर।

 

देश के लिए कुछ करने का इरादा निश्चित हो,
तो आओ, मिलकर एक बेहतर भविष्य की ओर
बढ़ें हम सभी मिलकर।

 

अगर करनी ही है मोहब्बत तो तिरंगे से कर,
तेरी मौत पर भी साथ होगा वो तेरा कफ़न बन कर।

 

करता हूँ गुज़ारिश हर रोज़ भारत माँ से मैं,
हर जन्म मिले तेरी देश की मिट्टी में मुझे।।।

 

देश की आज़ादी के लिए हम तैयार हैं,
वीर जवानों के बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे हम।

 

सरहद की रक्षा करते हैं हम दिन रात,
देशभक्ति की राहों पर चलते हैं हम वीरों की तरह।

 

धरती पे तिरंगा लहराता है गर्व से,
जब भी आवाज़ उठती है “भारत माता की जय” से।

 

वतन के लिए कुछ भी करने को हम तैयार हैं,
जब तक भारत का झंडा लहराएगा, हम तय कर लिए हैं।

 

देश के लिए हर दर्द सहने का संकल्प,
जवानों के बलिदान के समर्पण में है हमारा महत्वपूर्ण भाग।

 

डर नहीं मौत का मैं तो से मोहब्बत करता हूँ,
लाल हूँ धरती माँ का देश को दिल में रखता हुँ।

 

ख़ुद को समर्पित करो इस महान देश को,
तिरंगे के रंगों में है हमारी शक्ति का ज़रा सा सारा बुना।

 

वतन के लिए तिरंगा फहराने का हौसला रखो,
यही है वीरता का मार्ग, जिसे हर दिल से चुनो।

 

हर कदम पर तिरंगा उचालो और देश का सम्मान करो,
जय हिन्द, जय भारत, यह हमारा संकल्प हो।

 

देश के लिए जो बलिदान करते हैं,
उनका सिर गर्व से ऊंचा होता है।

 

अपने देश के लिए जीवन की सबसे महत्वपूर्ण जंग,
हम सभी को वीरता से जीने का अवसर देता है।

 

वतन के नाम पर हर कठिनाई को पार करना
हमारा दायित्व है,और हम इसे गर्व से निभाते हैं।

 

हुए शहीद इस देश के लिये जो उन्हें मेरा सलाम है,
अपने खून से है जिसने सींचा उन बहदुरों को मेरा सलाम है।।।

 

वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
तिरंगे से ख़ूबसूरत कोई कफन नहीं होता।

 

चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,
हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।।।

 

वतन की धड़कन हैं हम,
उसकी रक्षा के लिए हमें कुछ भी कर जाना है।

 

वतन की मिट्टी में गुलबच्चे नहीं फूलते,
जोश और जुनून के साथ ही देश के लिए हम सब बढ़ते हैं।

 

जिनके दिल में है देश की प्रेम की आग,
वे ही बनाते हैं इतिहास के पन्नों की रचना।

 

देश का सम्मान करो, वीर जवानों के साथ खड़े रहो,
जो अपनी जान की बाज़ी लगाकर हमारी रक्षा करते हैं।

 

चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,
हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।

 

वतन की मिट्टी में उगे अनमोल गहने हैं हम,
उनकी रक्षा के लिए हमें कुछ भी कुर्बानी त्यागनी है।

 

देश के लिए सदैव तैयार रहो, न सिर्फ़ शब्दों में,
बल्कि कर्मों से दिखाओ कि तुम एक सच्चे देशभक्त हो।

 

वतन की सेवा में ही मनुष्य का असला महत्व है,
देशभक्ति से ही हम सबका विकास हो सकता है।

 

जब देश की आवश्यकता होती है, तो हम सब एक हो जाते हैं,
वो एकता और सामर्थ्य हमारे देश की शक्ति होती है।

 

अपने देश को प्यार करो, उसके लिए बलिदान दो,
वतनभक्ति ही हमारी शक्ति और समर्पण होती है।

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