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Very Sad Bewafa Shayari in Hindi

वफाओं की बातें की हमने जफ़ाओं के सामने;
ले चले हम चिराग़ हवाओं के सामने;
उठे हैं जब भी हाथ बदली हैं क़िस्मतें;
मजबूर है खुदा भी दुआओं के सामने।

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ठुकरा के उसने मुझे कहा कि मुस्कुराओ;
मैं हंस दिया सवाल उसकी ख़ुशी का था;
मैंने खोया वो जो मेरा था ही नहीं;
उसने खोया वो जो सिर्फ उसी का था।

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मत बहा आंसुओं में जिंदगी को;
एक नए जीवन का आगाज़ कऱ;
दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो;
ज़िक्र भी मत कर, नज़र अंदाज़ कर।

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आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से..
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।

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वो बात ही कुछ अजीब थी;
वो हमसे रूठ गयी, जो दिल के सबसे करीब थी;
उसने तोड़ दिया दिल हमारा;
और लोग कहते है वो लड़की बहुत सरीफ थी |

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नहीं करती थी प्यार तो, मुझे बताया होता;
गौर फरमाइएगा;
नहीं करती थी प्यार तो, मुझे बताया होता;
बुला के पार्क में यूं धोखे से अपने भाइयो से;
तो ना पिटवाया होता।

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समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात को;
और वो हमें हर बार धोखा देते थे;
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों;
जो उन्हें बार-बार मौका देते थे।

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इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं;
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं;
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई;
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।

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बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ;
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ;
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को;
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।

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दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है,
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है,
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है।

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आग दिल में लगी जब वो खफा हुए;
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए;
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।

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कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का;
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का;
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी;
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का।

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एक इंसान मिला जो जीना सिखा गया;
आंसुओं की नमी को पीना सिखा गया;
कभी गुज़रती थी वीरानों में ज़िंदगी;
वो शख्स वीरानों में महफ़िल सजा गया।

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यह ना थी हमारी क़िस्मत, कि विसाल-ए-यार होता;
अगर और जीते रहते, यही इंतज़ार होता;
तेरे वादे पर जाएँ हम, तो यह जान झूठ जाना;
कि ख़ुशी से मर ना जाते, अगर ऐतबार होता।

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महफ़िल ना सही, तन्हाई तो मिलती है;
मिलें ना सही, जुदाई तो मिलती है;
प्यार में कुछ नहीं मिलता;
वफ़ा ना सही, बेवफ़ाई तो मिलती है।

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जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ;
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं;
दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है;
खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।

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बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी;
मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी;
जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में;
कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी।

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खुदा तू ही बता हमारा क्या होगा;
उजड़े हुए दिल का सहारा क्या होगा;
घबराहट होती है मोहब्बत की नाव में बैठ कर;
गर मझदार ये तो किनारा क्या होगा।

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तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त;
क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं;
कहीं तुमको भी पछताना ना पड़े यहाँ;
कई हसीनों से धोखा खा चुका हूँ मैं।

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ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते;
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते;
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला;
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।

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ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे;
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे;
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया;
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।

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चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये है;
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये है;
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश;
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।

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फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने;
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने;
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी;
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।

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लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं;
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है;
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह;
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।

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बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।

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Bewafa Shayari in Hindi

यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही,
दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं,
मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे,
वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं।

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ढूँढता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को,
मुझे कुछ काम नहीं दुनिया की बातों से,
आसमाँ दे न सका चाँद अपने दामन का,
माँगती रह गई धरती कई रातों से।

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ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,
दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।