Awesome Two Line Shayari in Hindi | खूबसूरत दो लाइन शायरी | Love Shayari Two Line in Hindi | 2 लाइन शायरी इन हिंदी | Two Line Love Shayari In Hindi | दो लाइन शायरी | Do Line Romantic Shayari in Hindi.

Awesome Two Line Shayari in Hindi

 

एक वक़्त के बाद हर कोई गैर हो जाता है,
उम्र भर किसी को अपना समझना बस वहम है।

 

दिल के बाज़ार में दौलत नही देखी जाती।
प्यार अगर हो जाये तो सूरत नही देखी जाती।

 

होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है।

 

हम भी कुछ प्यार के गीत गाने लगे हैं,
जब से ख़्वाबों में मेरे वो आने लगे हैं।

 

हँसते हुए तुझको जब भी देखता हूँ मैं,
तू ही दुनिया है मेरी यही सोचता हूँ मैं।

 

रूठ गया वो खुदा भी हमसे ।
जब हमने अपनी हर दुआ में आपको मागा।

 

हमे फिर सुहाना नज़ारा मिला है,
क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है,
अब जिंदगी में कोई ख्वाइश नही रही,
क्योंकि हमे अब तुम्हारी बाहों का सहारा मिला है।

 

वो तो शायरों ने लफ्जो से सजा रखा है,
वरना मोहब्बत इतनी भी हसीँ नही होती।

 

अपनी मोहब्बत पे इतना भरोसा तो है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।

 

हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनने से पहले ||
यह सोच लेना भूलने से पहले,
बहुत रोई है यह आँखें मुस्कुराने से पहले ||

 

मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ
हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं।

 

ज़िन्दगी  में  कुछ  सपने  सजा  लेना ,
अगर  वक़्त  मिले  तो  कुछ  अरमान  जगा  लेना ,
हम  आप  की  राहों  से  सब  दर्द  छुपा  लेंगे.

 

तेरे बिना तो सिर्फ साँसे चलती हैं
ज़िन्दगी तो वो होती है जब तू पास होती है।

 

और  कितना  प्यार  करू  मैं  तुम्हे
की  तुम्हे  दिल  में  रख  कर  भी  दिल  नहीं  भरता।

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ ||

 

ना तुम समझ सको कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है।

 

मेरी मुहब्बत की हद ना तय कर पाओगे तुम
तुम्हें सांसों से भी ज्यादा मुहब्बत करते हैं हम।

 

तेरे  सिवा  किसी  और  की  चाहत  नहीं
तेरे  सिवा  किसी  और  से  मोहब्बत  नहीं.

 

ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा,
मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता.

 

ये जिंदगी चाहे कितने पल की भी मिले,
बस यही दुआ है बस तेरे संग मिले।

 

खुशबू बनकर तेरी साँसों में शमा जायेंगे,
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे,
महसूस करने की कोशिश तो कीजिये एक बार,
दूर रहते हुए भी पास नजर आएंगे।

 

तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे मगर,
हमारी बेचैनियों की वजह… बस तुम हो।

 

किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या,
ज़माने वाले इंसान हैं कोई खुदा तो नहीं।

 

इन दिनों दिल अपना सख्त बे-आराम रहता है,
इसी हालत में लेकर सुबह से शाम रहता है।

 

मुमकिन अगर हो सके तो वापस कर दो,
बिना दिल के अब हमारा दिल नहीं लगता।

 

अजीब अंधेरा है ऐ इश्क़ तेरी महफ़िल में,
किसी ने दिल भी जलाया तो रोशनी ना हुई।

 

अब उसके साथ रहूँ या फिर उस से किनारा कर लूँ,
जरा ठहर जा ऐ दिल मैं ये फैसला दोबारा कर लूँ।

 

आज भी कितना नादान है दिल समझता ही नहीं,
बाद बरसों के उन्हें देखा तो दुआएँ माँग बैठा।

 

चलो दिल की अदला-बदली कर लें,
तड़प क्या होती है समझ जाओगे।

 

यूँ तो एक ठिकाना मेरा भी है… ए सनम,
पर तेरे बिना मैं गुमशुदा सा महसूस करता हूँ।

 

इश्क़ हारा है तो दिल थाम के क्यों बैठे हो,
तुम तो हर बात पर कहते थे कोई बात नहीं।

 

तेरा नाम था आज अजनबी की जुबान पर,
बात जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया।

 

हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो,
हम सिर्फ तुम्हारे हो जाऐ हमें इतना मजबूर कर दो।

 

हम से न हो सकेगी मोहब्बत की नुमाइश,
बस इतना जानते है तुम्हे चाहते है हम।

 

टपकती है निगाहों से… झलकती है अदाओं से,
मोहब्बत कौन कहता है की पहचानी नहीं जाती ?

 

ये ज़रूरी नहीं है की हर बात पर तुम मेरा कहा मानो,
दहलीज पर रख दी है चाहत और अब आगे तुम जानो।

 

दिखने में वो बहुत गरीब थी साहब पर..
उसकी हँसी किसी शहजादी से कम नहीं थी।

 

अपनी कलम से दिल से दिल तक की बात करते हो
सीधे सीधे कह क्यों नहीं देते हम से #प्यार करते हो।

 

ज़िंदगी मे कोई आपसे ज़्यादा आपकी फिक्र करने लगे,
तो ज़िंदगी जन्नत बन जाती हैं..

 

चारों तरफ आइने का साया नजर आता है,
समंदर के पास बेठा बन्दा फिर भी प्यासा नजर आता है.

 

मैंने कब कहा मुझे गुलाब दे,
या फिर अपनी महोब्बत से नवाज़ दे…
आज बहुत उदास है मन मेरा गैर बनके ही सही….
तू बस मुझे आवाज़ दे…

 

फ़िक्र इज़्ज़त कि है तो मोहब्बत छोड़ दो जनाब,
इश्क़ कि गली में आओगे तो चर्चे ज़रुर होंगे..

 

मैं तुम्हारे दिल का किरायेदार हूं, मुझे गलतफहमी थी..
कि मै मालिक हूं तेरे दिल का।।

 

हवा खिलाफ थी लेकिन चिराग भी खूब जला,
खुदा भी अपने होने का क्या क्या सबूत देता है।

 

ना शाखों ने पनाह दी,ना हवाओ ने बक्शा,
वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता।

 

तुम साथ हो तो दुनियां अपनी सी लगती है !
वरना सीने मे सांसे भी पराई सी लगती है !!

 

अब मायूस क्यूँ हो उस की बेवफाई पे
तुम खुद ही तो कहते थे कि वो सबसे जुदा है।

 

तेरी चाहत में रुसवा यूँ सरे बाज़ार हो गये,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गये।

 

जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार होता है,
लोग हारते भी है तो अपनी ही रानी से..

 

अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है,
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है.