Attitude Sad Shayari in Hindi | ऐटिटूड 😔 सैड शायरी | Attitude sad shayari in hindi for girl | Attitude love shayari in hindi | एट्टीट्यूड लव शायरी इन हिंदी
Attitude Sad Shayari in Hindi
इस दर्द भरी दुनिया में हर कोई है तन्हा,
आँसू छलकते हैं चुपके से, छुपा लेना खुद को जब खुदा।
दर्द के मंज़र को अश्कों मैं बहा देते है हम,
महफिल कैसी भी हो थोड़ा मुस्कुरा लेते हैं हम।
मुझे किसी से प्यार नहीं है और न ही किसी को मुझसे
मैं बस इस दुनिया में हूँ तुम्हारे लिए नहीं, अपने लिए
जब से तुझसे दूर हुआ, दिल मेरा है सुना,
क्यों न हो पाए कोई बिना तेरे हमें जीना। 😔
मेरी ज़िंदगी में कोई नहीं मैं अकेला हूँ, सब अकेले हैं
लोगों से दूरी बना के रखता हूँ क्योंकि मेरी दुनिया में कोई नहीं
दर्द भरी रातों में बिना किसी साथी,
जीते हैं हम अकेले, अपने साथी। 😔
मेरे दिल में कोई डर नहीं है और न ही कोई उम्मीद है
मैं बस इस दुनिया में हूँ तेरे लिए नहीं, अपने लिए
खामोशियाँ ही बेहतर है जिंदगी के सफर में
लफ़्ज़ों की मार ने तो कई घर तबाह किये हैं…
उस से कह दो के, मेरी सजा कुछ कम कर दे,
हम पेसे से मुजरिम नहीं हैं, बस गलती से इश्क हुआ है।
मेरी छुट्टी तो उदासी में गुज़र जाती है
मैं ज़्यादा तुझे इतवार को मिस करता हूँ..
अभी मशरूफ हूँ काफी, कभी फुरसत से सोचूंगा,
कि तुझको याद रखने में, मैं क्या क्या भूल जाता हूँ.
जिंदगी की राहों में अकेलापन है,
खुद को खोकर हर रोज़ हम रोते हैं। 😢
आज की तन्हाई में, दिल धड़कता है बेमानी,
इस ऐटिटूड से भरा है, मेरा दर्द का प्याला।
मेरे दिल की गहराइयों में छुपा है दर्द,
जो किसी को नहीं दिखाते, बस यूँही बर्दाश्त करते हैं। 😞
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम बेवजह खुद को खुश नसीब समझने लगे।
बिखरे अरमान, भीगी पलकें और ये तन्हाई,
कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत में कुछ भी नहीं।
तुझे लिखते लिखते यूँ ही ज़िंदगी की शाम हो जाये,
तू रहे आबाद मेरे लफ्ज़ो में चाहे जिंदगी ये नीलाम हो जाये..!!
हम भी मुस्कराते थे कभी, बेपरवाह अन्दाज़ से,
देखा है आज खुद को, कुछ पुरानी तस्वीरों में!
मुझे किसी से प्यार नहीं है और न ही किसी को मुझसे
मैं बस इस दुनिया में हूँ तुम्हारे लिए नहीं, अपने लिए
दिल करता है तेरी साँसों मैं बस जाए…
तूम सांस लो और हम महकते जाए….
सफर की ये राहें हैं तेज़ और ख़ुशियाँ बिखराती हैं,
मनोबल बनाए रखो, क्योंकि ज़िंदगी है एक अद्वितीय कविता।
मेरा झुकना और तेरा खुदा हो जाना,
यार अच्छा नहीं इतना बड़ा हो जाना..!!
प्यार वो गुनाह है जो करते तो सभी है
मगर सज़ा सिर्फ़ वफ़ा करने वाले को मिलती है
सुन इश्क़ ईमान मान कि तरह होता है….
और ईमान हर किसी पे लाया नहीं जाता……
उसकी चाहत के दो लम्हे बड़े ही जानलेवा थे…
पहले मोहब्ब्त का इकरार.. फिर मोहब्ब्त से इन्कार
पहले के जमाने में प्यार एक तरफा होता था,
आज के ज़माने में प्यार चारों तरफा है…!
दिल करता है तेरी साँसों मैं बस जाए
तूम सांस लो और हम महकते जाए.
ज़ालिम दुनिया में ज़रा संभल के रहना मेरे यार….
यहां पलकों पे बिठाया जाता है नज़रों से गिराने के लिए…
मुझे इसका गम नहीं कि बदल गया जमाना।।
मेरी जिंदगी है तुमसे कहीं तुम बदल ना जाना।।
खुदा से यही दुआ करता हूँ मैं हर दिन,
कि वो तुझे हमें वापस लौटा दे मेरे दोस्त, मेरे यार।
बड़ी अजीब हैं न हम शायरों की फ़ितरत मिया,
लिखते अपने दिल के हैं, सुन मजे मजलिश लेता है ।
गालिब से गिला है मुझे, उसका कहा नहीं हुआ,
हद से भी गुजर कर, मेरा दर्द दवा नहीं हुआ …..
ज़िन्दगी की राहों में, जो सदा है खड़ी,
वो इंसान है अद्भुत, जिसमें है ज़िन्दगी की राहों की सहारा।
बदतमीज़,बे-हया, बे-दर्द, बेरहम होता है,
सुन ले ओ बे-खबर इश्क़ फिर भी इश्क़ ही होता है.
कभी कभी जिंदगी रुकावटों के साथ आती है,
पर आपका जज्बा और आत्मविश्वास सब कुछ बदल सकता है।
कल क्या खूब इश्क़ से मैने बदला लिया,
कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे ज़ला दिया
जब भी मन हो उदास, और दुख आँखों में आए,
तो खुदा से दुआ करो कि वो खुशियों की बरसात लाए।
तेरे मुस्कुराने 😊 का असर सेहत पे होता है….
और लोग पूछते हैं उस दवा का नाम क्या है….
तेरे दिल में आए वहीं काम किया कर
है मोहब्बत तुझसे मुझे बेइंतेहा बस ये याद रखा कर
तेरे हुस्न पर तारीफों भरी किताब लिख देता,
काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती।
शायरी मे सिमटते कहाँ है दिल के दर्द दोस्तो,
बहला रहे है खुद को जरा आप लोगो के साथ।
किस किस के किस्से पर रोया जाएं यहाँ…
हर शख्स एक उदास कहानी लिए बैठा है…
लोग पूछते हैं वजह मेरा तुम पर फ़िदा होने की
एक तो अंदाज़ शायराना ऊपर से अदा क़ातिलाना.
अब तेरी मोहब्बत पर मेरा हक तो नहीं सनम,
फिर भी आखरी सांस तक तेरा इंतज़ार करेंगे
टूटा है दिल किसको बताऊं मैं_
यहां कोन है अपना जिसको गले लगाऊँ मैं ✨️
मिलावट है तेरे इश्क में इतर और शराब की,
हम महेक जाते है कभी हम बहेक जाते हैं….
किसी कि यादों ने हमें बेहिसाब तन्हा कर दिया,
वरना हम खुद में किसी महफ़िल से कम न थे.
जरुरत है मुझे नए नफरत करने वालों की,
पुराने तो अब मुझे चाहने लगे हैं।
उठो तो ऐसे उठो कि फिक्र हो बुलंदी को,
झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज़ करें..
मैं किसी को समझ नहीं पाया और न ही कोई मुझे समझ
पाया इसलिए मैं अकेले ही हूँ और हमेशा हूँगा
मैं उसका हूँ ये तो मैं जान गया हूँ लेकिन,
वो किसका है ये सवाल मुझे सोने नहीं देता।
बेवफाओ की बस्ती में रहती थी वो !!
फिर भी मुझसे बेइंतहा प्यार करती थी !!
तू बदनाम न हो जाए इस लिए जी रहा हूँ मैं,
वरना मरने का इरादा तो रोज ही होता है।
किसी को गलत समझने से पहले एक बार
उसके हालात जानने की कोसिस जरूर करो.
सरे बाजार निकलू तो आवारगी की तोहमत,
तन्हाई में बैठू तो इल्ज़ाम-ए-मोहब्बत ।
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना,
लौट कर फूलो में वापस नहीं आती खुशबू।
उनके साथ जीने का एक मौका दे दे, ऐ खुदा
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे।