Sad 2 Line Shayari in Hindi | बेहतरीन दो लाइन दर्द शायरी | Two Line Sad Shayari in Hindi | दर्द भरी हिंदी दो लाइन शायरी | 2 Line Love Shayari in Hindi | सबसे दर्द भरी शायरी हिंदी में.
Sad Two Line Shayari in Hindi
अब शहर की कुछ महफिलें शहनाई में होती है
उस वक़्त कुछ मोहब्बतें बस तन्हाई में होती है.!
बिछड़ कर तुझसे कैसे ऐ मेरे हमदम बिख़र जाऊँ ,
तेरी पाज़ेब से टूटा हुआ घुंघरू नहीं हूँ मैं …
जो मुहब्बत इज्ज़त देकर सजाई जाती है ,
यक़ीन मानिए वो हमेशा निभाई जाती है…!!
मेरे नींद पर कभी भी हक मेरा ना था ।
पहले तुम थी इसकी मालिक फिर तुम्हारी यादें बन गई…!!
कुछ दूर हमारे साथ चलो, हम दिल की कहानी कह देंगे,
समझे ना जिसे तुम आखो से….वो बात जुबानी कह देंगे..!!
कभी शब्दो में तलाश न करना वज़ूद मेरा,
मैं उतना लिख नहीं पाता जितना तुम्हें चाहता हूँ..!!
रात क्या हुई अंदाज़ – ए – मुहब्बत तो देखिए उनका….
मेरी ही बाहों में मासूमियत से गिरकर कहते हैं संभालो मुझको।।।
तहरीरें लिखनी हमें नहीं आता….
हम जिसका हाथ पकड़ेंगें शहजादी बना कर रखेंगे…!!
जो शायरियाँ लिखी थी तेरे इश्क़ की ख़ुमारी में
आज उसकी कीमत दस रुपए लगाई है कबाड़ी ने
कौन क्यूं गया ये जरूरी नहीं
क्या सीखा कर गया वह जरूरी है..
मुझको आते हैं माेहब्बत के सारे वज़ीफ़े
मैं चाहूं ताे तुम्हे पागल कर सकता हूं.
कौन क्यूं गया ये जरूरी नहीं
क्या सीखा कर गया वह जरूरी है.
यही बहुत है के दिल उसको ढूंढ लाया है …
किसी के साथ ही सही .. वो नज़र तो आया है.
अगर कोई आपसे कहे कि मैं तुम्हें धोखा नहीं दूंगा
तो ट्रस्ट बाद में करना पहले स्क्रीनशॉट ले लेना
पहले लोग उदास रहते थे तो अकेले रहते थे ,
अब Feeling Sad with 44 others रहते हैं.
अगर हमारे रोकने से वो रूक जाते
तो हम उनके सामने झुक जाते
घर जाते ही अपनी नज़र उतार लेना ,
कुछ लौंडों ने तुम्हें इश्क़ की नज़रों से देखा है !
तेरे खतों को बनाकर अपना वजूद
तुझ पर हाथ रखा .. और मैं चल पड़ा.
नफरत करके क्यों किसी की एहमियत बढ़ानी,
माफ़ करके उसको शर्मिंदा कर देना भी बुरा नहीं
कुछ उनके लिये.. सुनो…
ज़रा रास्ता बताना…,
मोहब्बत के सफ़र से वापसी है मेरी।
तुम मयखाने चले गए पीने प्याले शराब के ,
क्या इतना भी नशा नहीं बचा अब मेरे शबाब में ?
फिर यूं हुआ कि एक दूसरे को तकते रहे यूं ही, वो अंदाज़े-बयां से क़ासिर,
मैं लफ्ज़े-इब्तेदा से आजिज़।
दिल के टुकड़े मजबूर करते है
टेलीग्राम पे लिखने को
वरना हकीकत मे कोई भी
खुद का दर्द लिखकर खुश नही होता
वैसे तो कई शिक़वे हैं तुम्हारे हमसे, पर सुनो!
शिक़ायत करती हो तो बहुत प्यारी लगती है…
अक्सर खुद में ही खुद को समेटे रखती है,
वो साधारण सा लड़की सादगी में भी
खूब जचती है..।।🙈🙈❤
बस इतना सा हक तुम पर चाहिए जान ए जाँ
तेरे ख़्वाबों में आना जाना फ़क़त मेरा रहे.❤️
नींद का साथ हो, सपनों की बारात हो,
चांद सितारे भी साथ हो और कुछ रहे ना रहे,
पर हमारी यादें आपके साथ हो!!
भुला दूं कुछ गलतियां उनकी कुछ खुद भी सुधर जाऊँ
आ जाए थोड़ा अदब मुझ में मैं भी पटना हो जाऊं🌹🌹
चूड़ियों जैसी होती हैं लड़कियाँ …
खनकते खनकते कब टूट जायें पता ही नहीं चलता
चांद तारे तो अपने बजट में नहीं आते ,
कभी फुर्सत निकालो तो तुम्हें पटना घुमाते हैं।
पीछे छूटे हुए साथी मुझको याद आते हैं …
वरना इस दौड़ में , मैं सबसे आगे हो सकता हूं …
किसी के चेहरे की खुशी को अपनी खुशी समझना
शायद इसी का नाम मोहब्बत है…..
यूं तो सब कुछ है मेरे पास,
बस उसकी एक तस्वीर जो होती,
रात यूं ना उनकी कल्पनाओं में गुजरती..
न जाने कब ये किस्से आम हो गए
हम उन्हे देखते रहे और बदनाम हो गए
हम भी उतर सकते है दिल में किसी के
बस पल भर के लिए नजर तो मिलाये कोई.
वो क्यों नही समझते ‘अंजुम’ की दिल की दिल्लगी,
वो बे-वजह मेरी बातों को हवा में उड़ाते क्यों हैं ।
पकड़कर हाथ इक दूजे का ऐसे चल रहे हैं हम
सहारा कौन किसका है ये ज़ाहिर नही होता.
छू ना पाया…मेरे अंदर की…उदासी कोई…..
मेरे चेहरे ने…बहुत अच्छी…अदाकारी की……
किसी ने हँस कर बुलाया तो मर मिटे उस पर
हमें किसी को परखने का फन नही आया…!!
हक़दार होता अगर मैं तेरी मोहब्बत का
शौक़ न होता रातो को तनहा रहने का …
अगर प्रेम उनसे ना मिले जिन्हें आप चाहते हैं,,,
तो प्रेम उन्हें ज़रूर देना जो आपको चाहते हैं ,,,
कुछ इस तरह से मेरे अल्फाज खूबसूरत होते है
कभी दर्द छुपा लेते है तो कभी एहसास छुपा लेते है.
ना मुस्कुराने को जी चाहता है,
ना आंसू बहाने को जी चाहता है,
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में,
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है |
सोचकर बाज़ार गया था अपने कुछ अश्क़ बेचने…
हर खरीददार बोला, अपनों के दिये तोहफे बिका नहीं करते…!!
बड़ी शिद्द्त से राजी हुए है वो साथ चलने को,
खुदा करे के मुझे सारी जिंदगी मंजिल न मिले…
नजर का तीर हटा लो यूं जिगर के पार ना कर
मै तो बेकरार बहुत हूं अब और बेकार ना कर !!!
कतरा-कतरा इश्क़ जोड़ा ऐवान मोहब्बत का बनाने को,
उस बेवफा ने एक पल न लिया उसे रेज़ा-रेज़ा बिखराने को !
तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझको..😌
थकान ज़मानों की लम्हों में कब उतरती है..!!🙈
कौन कहता है ख़ामोशियां ख़ामोश होती हैं!!
कभी ख़ामोशियों को ख़ामोशी से सुनो!!
ख़ामोशियां वो कह देंगी जिनकी लफ़्ज़ों में तलाश होती है.
ये चाहतों के सिलसिले और बेखुदी ज़रा ज़रा.
वो मुख़्तसर सी ख्वाहिशें और आशिक़ी ज़रा ज़रा.
एहसास बदल जाता है और कुछ नही
वरना मोहब्बत और नफरत एक ही दिल से होती है.
किसी को समझ पाओ तो एक पल ही काफी है …
और ना समझो तो, पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाती है ।।
बिछड़ जाऊं तो फिर रिश्ता तेरी यादों से जोडूगा
मुझे जिद है जीने का कोई मौका नहीं छोडूंगा🤫🤫
दोस्तो इन आखों में भी थी कभी किसी हीर की तम्मना
आज ये जालिम हुआ शक्स भी कभी रांझा हुआ करता था।
अगर क़िस्मत लिखने का हक़ मेरी माँ का होता, तो मेरी ज़िन्दगी में एक भी ग़म न होता
कुछ बातें समझाने से नहीं, खुद पर बीत जाने से समझ आती हैं।
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे है हम, जिसके कभी हो ही नही सकते उसी के हो रहे है हम
याद हैं मुझे मेरी गलती, एक तो मोहब्बत कर ली, दूसरी तुमसे कर ली, तीसरी बेपनाह कर ली
मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनियाँ में, इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं।
जिम्मेदारियां भी एक इम्तेहान होती है, जो निभाता है न उसी को परेशान करती हैं।
कोई रोग होता तो इलाज भी करबा लेते, वो तो इश्क की लत थी जो छूटी ही नही
उम्मीद ना कर इस दुनिया में हमदर्दी की,
बड़े प्यार से जख्म देते हैं शिद्दत से चाहने वाले को
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझे, खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे
पागल हो जो अब तक याद कर रहे हो, उसे उसने तो तुम्हारे बाद भी हज़ारो को भुला दिया
तू मुझे कहीं लिख कर रखले, तेरी बातों से मैं निकलता जा रहा हूँ।