Bewafa Shayari in Hindi Font | जबरदस्त बेवफाई शायरी | Best Bewafa Shayari In Hindi | बेवफा प्रेमिका के लिए शायरी | बेवफा शायरी इन हिंदी फॉर बॉयफ्रेंड | Bewafa Shayari in Hindi.


Bewafa Shayari in Hindi Font

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला;
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला!
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी;
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला!

#02

मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ!
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ!
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ!
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ!

#03

कहती है दुनिया जिसे प्यार, नशा है , खताह है!
हमने भी किया है प्यार , इसलिए हमे भी पता है!
मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम!
पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!

#04

उन्होंने जो किया ये शायद उनकी फितरत है!
अपने लिये तो प्यार एक इबादत है!
न मिले उनसे तो मरकर बता देंगे!
कि कितनी मुहब्बत है इस दिल में!

#05

वो बेवफा हमारा इम्तिहां क्या लेगी,
जब मिलेगी तो नजर झुका लेगी,
उसे मेरी कबर पर दीया जलाने को मत कहना
नादान है अपना हाथ जला लेगी..,,

#06

मेरा साया भी मुझसे जुदा मिला,
सोचा तो हर किसी से मेरा सिलसिला मिला
शहर-ए-बेवफा में किसे इश्क़-ए-वफ़ा कहें
हमसे गले मिले वो भी बेवफ़ा मिला,,..

#07

प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं;
इसीलिए हम प्यार की बाज़ी हार गए;
हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था;
शायद इसीलिए वो हमें ज़िंदा ही मार गए!

#08

तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना;
की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे;
तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर;
कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।

#09

अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती;
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती;
लोग मरने की आरज़ू ना करते;
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!

#10

पल पल उसका साथ निभाते हम;
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम;
समुन्दर के बीच में पहुंचकर फरेब किया उसने;
वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।

#11

जीते थे हम भी कभी शान से
महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से
मगर फिर गुज़रे उस मुकाम से
कि नफ़रत सी हो गई मोहब्बत के नाम से।।

#12

प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना;
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना;
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे;
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।

#13

दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे;
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे;
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज;
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।

#14

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये;
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये;
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की;
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

#15

वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गई;
खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई;
दुख न सही गम इस बात का है;
आंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई।

#16

इंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था;
कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था;
जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में;
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था।

#17

Bewafa Shayari in Hindi Font

वो छोड़ के गए हमें;
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी;
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं;
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।

#18

जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको,
कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को,
मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है,
फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।

#19

तू बेवफा होगी सोचा ही नहीं था
तू भी कभी खफा होगी सोचा ही नहीं था
जो गीत लिखे थे कभी प्यार पर तेरे
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था,,..

#20

दिल जिस ने तोड़ा वो आज खुश बहुत है,
हम पी रहे हैं जाम और मदहोश बहुत हैं,
चाहते थे बद-दुआ देना पर बददुआ दे ना सके
हम बेवफा को बेवफा भी कह ना सके,,.

#21

ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है;
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक है;
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी;
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक है।

#22

Bewafa Shayari in Hindi Font

आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए;
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए;
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो;
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!

#23

हमनें अपनी साँसों पर उनका नाम लिख लिया;
नहीं जानते थे कि हमनें कुछ गलत किया;
वो प्यार का वादा करके हमसे मुकर गए;
ख़ैर उनकी बेवाफाई से हमनें कुछ तो सबक लिया!

#24

मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में;
मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में;
सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं;
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।

#25

प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा,
हमें भी एक शख्स बहुत याद आयेगा,
जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे,
आँखें नम हो जाएँगी दिल आंसू बहायेगा।

#26

मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगा;
तेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा;
मुझको समझाओ न मेरी जिंदगी के असूल;
एक दिन मैं खुद ही ठोकर खा के संभल जाऊँगा।

#27

चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे;
अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे;
हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के;
हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे!

#28

हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे;
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे;
किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा;
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

#29

आपकी नशीली यादों में डूबकर;
हमने इश्क की गहराई को समझा;
आप तो दे रहे थे धोखा और;
हमने जानकर भी कभी आपको बेवफा न समझा।

#30

जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है,
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है,
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में,
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।

#31

सितम की हद हैं जहाँ तक , सताते रहिए
ग़म मुबारक हमें , आप मुस्कुराते रहिए
हमने अंदर आने के सब दरवाज़े खोल दिए
आइए , दिल दुखाइये और जाते रहिए ..

#32

ये ग़लत बात हैं कि लोग यहाँ रहते हैं
मेरी बस्ती में तो अब सिर्फ़ मकाँ रहते हैं
हम दीवानों का पता पूछना, तो पूछना यूँ
जो कहीं के नहीं रहते, वो कहाँ रहते हैं ..

#33

वहाँ पता ही नहीं था कि कैसे रोते हैं
मैंने फिर रो के बताया कि ऐसे रोते हैं
छब्बीस साल का होकर भी ऐसे रोता हूँ
इश्क़ में सोलह बरस वाले जैसे रोते हैं ..

#34

तेरे बिना सुबह और शामः अधूरी है
दिल की बातों से मुलाकात अधूरी हैं
पता नहीं तूझें मालूम है के नहीं कि
मेरे लिए तू खूद से भी ज्यादा जरूरी हैं।।