अपने प्रेमी को अपने उदास दिल की हाल बताने के लिए दुख भरी शायरी, सैड लव शायरी (Sad Shayari for Love in Hindi) से अच्छा बिकल्प कोई नहीं है।
प्यार में दिल टूट जाने पर एक सैड शायरी के द्वारा आप अपनी दिल का हाल व्यक्त कर सकते हैं।
इस पोस्ट में मैं आपके साथ सर्वश्रेष्ठ सैड शायरी (Sad Shayari in Hindi) का एक बड़ा कलेक्शन शेयर करने जा रहा हूँ। मुझे उमीद है ये आप सब को अवश्य पसंद आएगा।
Sad Shayari for Love in Hindi
अब उसे न सोचू तो जिस्म टूटने सा लगता है,
एक वक़्त गुजरा है उसके नाम का नशा करते-करते।
अक़्स-ए-ख़ुशबू हूँ, बिखरने से न रोके कोई!
और बिखर जाऊँ तो, मुझ को न समेटे कोई!
आते जाते हर राही से पूछ रहा हूँ बरसों से
क्या नाम हमारा लेकर तुमसे .. हाल किसी ने पूछा है
दुश्मन तभी कामयाब होते हैं।
जब उनकी पीठ पर अपनों का हाथ होता है ।
कौन कहता है मुसाफिर जख्मी नही होते
रास्ते गवाह हैं कम्बख्त गवाही नही देते।
मोहब्बत सरेआम नहीं बस ,एहसास होना चाहिए.,
हम उन्हें चाहते हैं.. यह पता सिर्फ उन्हें होना चाहिए..।!
मौत से ताल्लुक जोड़ने का मन कर रहा है
जिंदेगी और अब हमें रास नही आ रही है।
इश्क़ की लत बहुत तड़पाये….
दिल न लगे, जब दिल लग जाये…!!
नमक तुम हाथ में लेकर, सितमगर सोचते क्या हो,
हजारों जख्म है दिल पर, जहाँ चाहो छिड़क डालो।
आज जब तसल्ली से सोचा तुम्हे मैंने,
समझ आया आज तक तुम्हारे अलावा कुछ सोचा
ही नही मैंने।
पलकें भी चमक जाती हैं सोते में हमारी,
आँखों को अभी ख्वाब छुपाने नहीं आते !
माना कि अहसासों से यारा मेरा रिश्ता बहुत पुराना है ..!!
समझके जो ना समझा हमको वो शायद ही कुछ बेगाना है ..!!
मुहोब्बत के जिक्र से भी जिन्हें नफरत हैं,
इस दिल को उन्हींसे मुहोब्बत हैं।
घर पहुंचते ही यार फोन कर देना।
ऐसे बोलने वाले को जिंदगी में कभी ना खोना।
तबीजो से क्या पूछूं इलाज दर्द_ ए_ दिल का,
मर्ज जब जिंदगी खुद हो तो दुआ कैसी दवा कैसी..!!!
दिल से निकली ही नहीं शाम जुदाई वाली
तुम तो कहते थे बुरा वक़्त निकल जाता है!
अंदाज वही समझेगा मेरे दिल की आह का ,
जो जख्मी हुआ होगा किसी की निगाह का .!!!
कागज की जिदगी थी हवाओं से दोस्ती करली।
मेरी तलाश में कितने चरागों ने खुदकुशी करली।
उदास रहता है दिल बे करार रहता है
किसी का दिल को मेरे इंतज़ार रहता है!
ये जो हालात है, यकीनन एक दिन सुधर जाएंगे,
पर अफसोस के कुछ लोग दिल से उतर जाएंगे
शक तो था..कि मोहब्बत में नुकसान होगा..
पर सारा हमारा ही होगा यह मालूम न था..
मजबूरियाँ हावी हो जाएँ ये जरूरी तो नहीं,
थोडे़ बहुत शौक तो गरीब भी रखते है !
ना रख किसी से मोहब्बत की उम्मीद ऐ दोस्त
कसम से लोग खुबसूरत बहुत है पर वफादार नहीं!
यूं ख्वाहिशों का बोझ ढो रहे है हम,
कल हँसने के लिए आज रो रहे है हम।
सच्ची मोहब्बत टूटे हुए तारों के जैसी होती,
यह लूटने की इच्छा रखने वालों को कभी नहीं मिलती…!!
रिश्तो को वक़्त और हालात बदल देते हैं
अब तेरा जिक्र होने पर हम बात बदल देते हैं!
इश्क़ का नशा हर नशे पर भारी पड़ता हैं,
जालिम एक बार चढ़ जाए तो उतारनेका नाम ही नही लेता हैं।
मसरूफियत में आती है बेहद तुम्हारी याद
फुर्सत में तेरी याद से फुर्सत नहीं होता!
हमारी तबियत भी न जान सके हमे बेहाल देखकर,
और हम कुछ न बता सके उन्हें खुशहाल देखकर।
काफ़ी ताख़ीर से जागी है मोहब्बत तेरी
अब कोई और मिरी जान में रक्खा हुआ है!
बड़ी आरज़ू थी कि महबूब को बेनक़ाब देखूँ,
दुपट्टा जो सरका तो ज़ुल्फ़ें दिवार बन गई…
एक साथ चार कंधे देख कर ज़हन में आया.!
एक ही काफी था, गर जीते जी मिला होता.!!
निगाहें हर तरफ़ तुम्हे ढूँढने लगी हैं…
छुप गये हो कहाँ तुम, धड़कने ये पूछने लगी है..
आँखें भिगोने लगी है अब..तेरी बातें..तेरी यादें, काश…!!
तुम अजनबी ही रहते तो अच्छा था!
हर हवस को एक जिस्म का इन्तजार है..
यहाँ मोहब्बत के भी कारखाने है, व्यापार है..!
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
शायद उन्होंने मेरा हदों से गुजरना नहीं देखा।
ज़ख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत,
दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।
तुझ पर खर्च करने के लिए कुछ नहीं था मेरे पास ,
थोड़ा वक्त था…थोडा मैं…दोनों बरबाद हो गये…
एक फायदा तो था तुमसे बात करने का
दिल थोडी देर ही सही मुस्कुराता जरूर था!
उस तस्वीर का एक हिस्सा खो गया मुझसे
जिस तस्वीर में तेरा हाथ था मेरे हाथ में ..
हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से हमें ….
लेकिन उसको इंतजार है मेरी खुदकुशी का है..!!
अजीब जगह है अजीब क़ानून यहाँ का…
शांति बनाए ऱखने के लिए मार दिए हज़ारों…!!
कुछ होंगे मर जाते होंगे वफ़ा के नाम से…
इश्क़ की तारीख़ में कोई किसी को याद नहीं रखता…!!
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यू नही इतनी ही
फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यू नही
मान सकते तो हैं मगर समाज की सोचते हैं बहुत…
ये ऐसे लोग हैं जिन्हें खुशियों से नहीं लेना देना…!!
जीनें को ज़िद में कहीं ऐसा कोई गुनाह न हो…कि…
ज़िन्दा बची उम्र मर मर के काटनी हो…!!
सरकार की योजना सी हो तुम भी ,
जिसको ज़रूरत है उसको मिलती ही नहीं हो
क्या अजीब सी ज़िद है, हम दोनों की, तेरी मर्ज़ी
हमसे जुदा होने की,और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की.
मैं रिहाई की दुआ तक नहीं करता…
तुम्हीं सोचो कि कैसा गुनाहगार हूँ मैं…!!
मान लिया है कि जहाँ में तुमसे बेहतर कोई नहीं…
हमें अच्छा लगता है इसी भरम में जीते रहना…!!
बयां हो जाती अगर मोहब्त लब्ज़ों में…
दुनियाँ में अच्छे शायर हुआ ही नहीं करते…!!
बिछड़ के डाली से पत्ते कहाँ ज़िन्दा रहते हैं…
यही सोचकर मैं थम जाता हूँ अक़्सर आजकल…!!
ताल्लुक़ तोड़नें वाले वज़ह ढूंढ ही लेते हैं…
हम साँस लेनें की वज़ह न जान पाए अबतक…!!
जब तक उसकी आँखों में मैं नजर रखता था,
मैं अपनी जिंदगी में कोई दर्द महसूस नहीं करता था..!!!
मुझे पता है कि उसकी ज़िन्दगी में मैं कभी वापस नहीं लौट सकता,
लेकिन मेरा दिल उसके साथ हमेशा रहेगा..!!!
कोई आसमान से तोड़कर मेरे दिल को समझा नहीं सकता,
क्योंकि उसमें उसकी यादें जमी हुई हैं..!!!
जब तक उसने मुझे छोड़ा नहीं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि उसकी खोई हुई मुस्कान और हँसी मेरे लिए इतनी महत्वपूर्ण होगी..!!!
वो रोते थे जिन्हें अपनी आँखों से ही दुनिया की हकीकत नजर आती थी..!!!
जब ज़िन्दगी ख़ुशी नहीं देती तो दुःख कम से कम तबाही से तो बेहतर होता है..!!!
हमें वो अपनी ज़िन्दगी से तो नहीं जाना था, उसने हमें अपनी बेज़ारी से जुड़ा दिखावा किया था..!!!
कभी-कभी आँसू उन आँखों में भी बहते हैं जिनमें कभी रोने की आदत नहीं होती..!!!
दुनिया में बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें अपनी आँखों से ज़्यादा दूसरों की आँखों में दर्द नज़र आता है..!!!
आँसू बहाने से कोई कम नहीं होता, बस इसके बाद थोड़ी सी शांति तो मिलती है..!!!
जब आप अपने अंदर का दर्द बाहर लाते हो, तब हमेशा ज़्यादा दर्द होता है..!!!
हम उन लोगों के बारे में सोचते हैं जो हमें दुख देते हैं, लेकिन हम भूल जाते हैं कि हम भी कभी-कभी दुख देते हैं..!!!
कभी-कभी हमारी आँखों में सारी कहानी छुपी होती है, जो दिल से नहीं कह पाते हम..!!!
”मैं उसे बहुत याद करता हूँ, लेकिन उसे फिर से पाना मुश्किल है..!!!